भायंदर: मीरा-भायंदर महानगरपालिका (Mira-Bhayander Municipal Corporation) कमिश्नर दिलीप ढोले (Commissioner Dilip Dhole) गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड (Minister Jitendra Awhad) के निशाने पर आ गए है। उन्होंने कहा कि कमिश्नर घर-घर जाकर बिल्डिंग प्लान (Building Plan) की फाइल (File) पर हस्ताक्षर (Signature) करते हैं। किसके घर जाते हैं ? यह जांच का विषय है।
मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि म्हाडा स्कीम में बनाई गई बिल्डिंगों में गरीबों के हिस्से का फ्लैट कमिश्नर ने म्हाडा को आज तक सुपुर्द नहीं किया है। अनधिकृत और आरक्षित भूखंड पर प्लान पास करने का काम चल रहा है।
होनी चाहिए जांच
सहायक निदेशक नगर रचना (एडीटीपी) और कमिश्नर किसी के घर जाकर प्लान पर हस्ताक्षर करते हैं। इसकी जांच करानी पड़ेगी। यूएलसी घोटाले में आरोपी मीरा-भायंदर महानगरपालिका के पूर्व नगर रचनाकर दिलीप घेवारे को आव्हाड ने राज्य का सबसे करप्ट अधिकारी बताया। मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि घेवारे महानगरपालिका का बाप था। वह हर सत्ताधारी का प्रिय था।