- मोगरपाड़ा में 42 हेक्टेयर भूखंड आरक्षित
मुंबई: वडाला (Wadala) से कासारवडवली (Kasarvadvali) तक निर्माणाधीन मेट्रो-4 (Metro-4) के लिए कारशेड (Carshed) का विवाद लगभग हल हो गया है। 32.32 किलोमीटर लंबी मेट्रो-4 के लिए ठाणे घोडबंदर रोड़ (Thane Ghodbunder Road) स्थित मोगरपाडा में लगभग 42 हेक्टेयर भूखंड मेट्रो कारशेड (Metro Carshed) के लिए आरक्षित (Reserve) किया गया था,परंतु यह जमीन स्थानीय किसानों के कब्जे में होने के कारण एमएमआरडीए को कारशेड बनाने सर्वे ही नहीं करने दिया जा रहा था।
मोगरपाड़ा में 100 एकड़ से ज्यादा जमीन पहले तो स्थानीय लोग देने को तैयार नहीं थे, परंतु अब स्थानीय विधायक प्रताप सरनाईक के हस्तक्षेप से जिलाधिकारी और एमएमआरडीए ने नियमानुसार मुवावजे की बात मान ली है। स्थानीय विधायक सरनाईक के अनुसार, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निर्देश और नगरविकास मंत्री एकनाथ शिंदे की पहल के बाद संबंधित अधिकारियों के साथ स्थानीय किसानों ने बैठक की। जिलाधिकारी कार्यालय में मौजूद किसानों ने आपत्ति जताई कि यदि ठाणे जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर मुआवज़ा मिलने की गारंटी लें तभी मेट्रों के कर शेड के लिए सर्वे हो सकेगा।
167 लोगों का कब्जा
एमएमआरडीए ने जिस जमीन पर मेट्रो कार शेड आरक्षित किया है, उसे तत्कालीन सरकार ने 1960 से 64 गुंटा की दर से 167 किसानों को आवंटित किया था। विधायक प्रताप सरनाईक ने एमएमआरडीए आयुक्त श्रीनिवास और ठाणे जिला कलेक्टर राजेश नार्वेकर से मुलाकात की। किसानों ने अपनी भूमिका स्पष्ट करते हुए कहा कि सर्वेक्षण करते समय भूमि पर खेती करने वाले किसानों का नाम पंजीकृत किया जाना चाहिए। कारशेड और पार्क के लिए निगम को भूमि आवंटन के बाद शेष भूमि बिना किसी आरक्षण के सभी किसानों को आवंटित की जानी चाहिए।
सर्वे होगा शुरू
बताया गया कि किसानों के सुझावों को कलेक्टर और एमएमआरडीए के अधिकारियों ने मान लिया है। इसलिए पिछले कई सालों से ठप पड़ा मेट्रो कार शेड का निर्माण अब शुरू होने की स्थिति में है। बैठक में विधायक प्रताप सरनाईक,एमएमआरडीए के संयुक्त आयुक्त राहुल कारडिले, रेजिडेंट डिप्टी कलेक्टर सुदाम परदेशी, जिला अधीक्षक भूमिलेख रेडेकर, उप जिला अधीक्षक सावकारे, अविनाश शिंदे, ठाणे तहसीलदार युवराज बांगड़ आदि अधिकारी उपस्थित थे।
40 प्रतिशत काम पूरा
बताया गया कि मेट्रो 4 का लगभग 40 प्रतिशत सिविल वर्क पूरा हो गया है। इस मार्ग पर कुल 32 मेट्रो स्टेशन होंगे। इस परियोजना पर एमएमआरडीए लगभग 15 हजार करोड़ खर्च कर रहा है। मेट्रो 4 का संचालन 2024 तक शुरू किए जाने का लक्ष्य है। अब जल्द ही कारशेड का निर्माण भी शुरू हो सकेगा।
मेट्रो-3 कारशेड की वैकल्पिक तलाश
मुंबई की पहली अंडरग्राउंड मेट्रो- 3 के कारशेड का विवाद अभी तक सुलझ नहीं पाया है। मेट्रो-3 के लिए आरे से कान्जुरमार्ग शिफ्ट किए गए कारशेड का विवाद अभी भी हाईकोर्ट में है, जबकि मेट्रो-3 का काम अंतिम चरण में है। इस मामले में राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि मेट्रो-3 के कारशेड निर्माण के लिए वैकल्पिक भूखंड की तलाश की जा रही है। सरकार जल्द ही किसी पर्यायी भूखंड पर मेट्रो-3 का कारशेड बनाएगी। उल्लेखनीय है कि उद्धव सरकार ने मेट्रो-3 का निर्माणाधीन आरे कारशेड का काम रद्द कर कांजुरमार्ग में बनाए जाने का निर्णय लिया, परंतु केंद्र सरकार और निजी बिल्डर के दावे के बाद मामला कोर्ट में है।