Praveen Darekar
File Photo

    Loading

    मुंबई: देश में कोरोना (Corona) के हालात की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने गुरुवार को देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई थी। हालांकि, सीएम उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) अपने ख़राब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए इस बैठक में मौजूद नहीं थे। पीएम की बैठक में ठाकरे की जगह स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे शामिल हुए। वहीं शुक्रवार को बीएमसी (BMC) के ‘व्हाट्सएप चैट बॉट’ सुविधा का उद्घाटन मुख्यमंत्री ठाकरे ने किया। ऐसे में विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर (Praveen Darekar) ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के रवैए पर सवाल खड़ा किया है। 

    उन्होंने कहा कि एक ओर ख़राब स्वास्थ्य का हवाला देकर मुख्यमंत्री ठाकरे प्रधानमंत्री की बैठक से अनुपस्थित रहते हैं, लेकिन दूसरी ओर बीएमसी के कार्यक्रम में मौजूद रहते हैं। दरेकर ने  सवाल किया है कि आखिर पिछले 10 से 12 घंटे में क्या ऐसी जादू की छड़ी पलट गई जिससे मुख्यमंत्री की तबीयत ठीक हो गई और वे बीएमसी के कार्यक्रम में शामिल हुए। 

    यह सरकार अहंकार से भरी 

    दरेकर ने कहा कि यह सरकार अहंकार से भरी है। हम समन्वय के माध्यम से विकास करना चाहते हैं, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे और चिकित्सा शिक्षा मंत्री अमित देशमुख भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की समीक्षा बैठक के दौरान मौजूद नहीं थे।

    राज्य में कोरोना तीसरी लहर ने पूरी तरह से दस्तक दे दी है। ऐसे में जनता से जुड़े कई अहम सवाल हैं, लेकिन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे फैसला लेने के लिए उपलब्ध नहीं हैं। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि मुख्यमंत्री जल्द से जल्द स्वस्थ हों। लेकिन जब तक वे पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते, उन्हें किसी अन्य नेता को अपना कार्यभार सौंप देना चाहिए।

    -चंद्रकांत पाटिल, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष