Surya Water Supply Project

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    मुंबई. एमएमआर (MMR) में मेट्रो, मोनो, फ्लाईओवर आदि संसाधनों का निर्माण करने वाली एमएमआरडीए (MMRDA) की पहली जलापूर्ति योजना (First Water Supply Scheme) का काम तेजी से किए जाने का निर्णय लिया गया है।

    मीरा-भायंदर (Mira-Bhayander) और वसई-विरार (Vasai-Virar) शहरों के लिए बनाई गई सूर्या जलापूर्ति परियोजना (Surya Water Supply Project) को पूरा करने का जिम्मा एमएमआरडीए को दिया गया था। इस बहुउद्देशीय जलापूर्ति योजना के लिए एमएमआरडीए लगभग 1325.78 करोड़ रुपए खर्च करने वाला है।

    ग्रेविटी ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट

    ग्रेविटी ट्रांसमिशन पर आधारित इस प्रोजेक्ट का काम बहुराष्ट्रीय कंपनी  मेसर्स लार्सन एंड टुब्रो द्वारा किया जा रहा है।इसके तहत डिजाइन, निर्माण, रखरखाव, संचालन और हस्तांतरण परियोजना में भूमिगत सुरंगों, कच्चे और शुद्ध पानी पंपिंग स्टेशनों, उप-स्टेशनों, जल शुद्धिकरण  और क्लोरीनीकरण संयंत्रों, ब्रेक प्रेशर टावरों और जलाशय से  98 किमी तक  पाइपलाइन बिछाने का कार्य शामिल है।

    जव्हार से आएगा पानी

    अधिकारियों के अनुसार सूर्या जलापूर्ति योजना के पूरी होने के बाद मीरा भायंदर को 403 एमएलडी,वसई को 218 एमएलडी, विरार को 185 एमएलडी पानी मिलेगा। बताया गया है कि पालघर जिले के जव्हार तालुके के धामनी गांव स्थित सूर्या बांध से पानी उठाया जाएगा। इस परियोजना के अधिकांश हिस्सों के बीच गुरुत्वाकर्षण संचरण के माध्यम अत्याधुनिक तकनीक अपना कर काम हो रहा है। शुद्धिकरण प्रक्रिया मशीन  और पाइपलाइन का काम क्रमशः 30% और 50% तक पूरा हो गया है। परियोजना के अप्रैल -2023 में पूरा करने का लक्ष्य है।एमएमआरडीए पानी उठा कर दोनों शहरों तक पहुंचाएगा जबकि शहर के अंदर वितरण की जिम्मेदारी दोनों नगरनिगम की होगी।