MMRDA

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मुंबई: मुंबई (Mumbai) में पैदल यात्रियों की सुविधा के लिए एमएमआरडीए (MMRDA) के माध्यम से कई स्काईवाक का निर्माण किया गया। अब मीठी नदी (Mithi River) पर एक हैंगिग ब्रिज (Hanging Bridge) बनाने की योजना है। मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (Mumbai Metropolitan Region Development Authority) ने माहिम नेचर पार्क के लिए बीकेसी (BKC) से सायन-धारावी तक मीठी नदी पर एक पैदल यात्री झूला पुल बनाने का प्रस्ताव दिया है।

बताया गया है कि यह भारत का सबसे लंबा सस्पेंशन ब्रिज होगा। एमएमआरडीए अधिकारियों के अनुसार, नदी के ऊपर 1.5 किमी का यह हैंगिग ब्रिज पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। नदी के किनारे नेचर पार्क के साथ यहां पर्यावरण संरक्षण भी होगा। वैसे इस परियोजना को पूर्व पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने आगे बढ़ाया था। इसे महाराष्ट्र तटीय क्षेत्र प्रबंधन प्राधिकरण सीआरजेड की मंजूरी दी जा चुकी है।

16 मीटर ऊंचा एफओबी

यह झुलता पैदल यात्री ब्रिज नदी और मैंग्रोव से लगभग 16 मीटर की ऊंचाई पर होगा। तटीय क्षेत्र प्रबंधन योजना, 2019 के अनुसार, प्रस्तावित स्थल सीआरजेड I ए (मैंग्रोव बफर ज़ोन), सीआरजेड क्षेत्र में आता है। इससे मैंग्रोव का नुकसान नहीं होगा। परियोजना के लिए कुल 7,970 वर्ग मीटर भूमि की आवश्यकता है, जिसमें से 3,490 वर्ग मीटर बीकेसी में और लगभग 4,480 वर्ग मीटर माहिम नेचर पार्क की तरफ अधिग्रहित किया जाएगा।

सायन से बीकेसी पहुंचने में आसानी

एमएमआरडीए के अधिकारियों के अनुसार, यह अत्याधुनिक ब्रिज पर्यटकों के आकर्षण के केंद्र के साथ आवागमन के लिए भी उपयोगी होगा। सायन स्टेशन से बीकेसी जाने वाले यात्रियों के लिए एक आसान पैदल मार्ग के रूप में काम करेगा। बीकेसी क्षेत्र से सुबह की सैर करने वालों के लिए माहिम नेचर पार्क तक पहुंचना आसान हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि कोई सीधा मार्ग न होने से 70 प्रतिशत से ज्यादा लोग सायन स्टेशन से ऑटोरिक्शा या निजी वाहनों का उपयोग करते हैं, जबकि केवल 25 प्रतिशत ने सार्वजनिक सड़क परिवहन का उपयोग करते हैं, जिससे समय भी लगता है। प्रस्तावित पुल मेट्रो लाइन 2बी, मेट्रो लाइन 3 और सायन रेलवे स्टेशन के लिए सुविधा जनक मार्ग साबित होगा। कुर्ला रेलवे स्टेशन के रास्ते बीकेसी आने वाले मध्य रेलवे के यात्रियों को भी इसका लाभ मिलेगा।

मुंबई आईआईटी का होगा डिजाइन

एमएमआरडीए के अनुसार, प्रस्तावित पैदल यात्री झूला पुल कई समस्याओं का अच्छा समाधान है, जो पर्यावरण की दृष्टि से भी अच्छा होगा। इस ब्रिज की डिजाइन और इंजीनियरिंग को मुंबई आईआईटी की देखरेख में तैयार किया गया है। ब्रिज की संरचनात्मक सुरक्षा, भार क्षमता  विविधता आदि सभी पहलुओं पर विचार किया गया है।