
मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता हसन मुश्रीफ (Hasan Mushrif) दूसरे दिन प्रवर्तन निदेशालय (ED) कार्यालय में हाजिर हुए। ईडी ने उनसे 35 करोड़ रुपए के मनी लॉन्ड्रिंग के मामले (Money Laundering Case) में छह घंटे से अधिक पूछताछ की। बांबे हाईकोर्ट (Bombay High Court) ने दो सप्ताह के लिए मुश्रीफ की गिरफ्तारी पर रोक लगाई है।
ईडी ने पिछले सप्ताह हसन मुश्रीफ को नोटिस जारी कर सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह ईडी के दफ्तर में हाजिर नहीं हुए। हाई कोर्ट से राहत मिलने के बाद मुश्रीफ सोमवार को ईडी दफ्तर में पहुंचे, तो ईडी ने उन्हें मंगलवार को पूछताछ के लिए बुलाया। वह मंगलवार को दोपहर 12.30 बजे ईडी दफ्तर में पहुंचे। ईडी ने उससे छह घंटे से अधिक पूछताछ की है।
इस मामले में हुई पूछताछ
ईडी ने मुश्रीफ से सरसेनापती संताजी घोरपडे फैक्ट्री में 35 करोड़ रुपए की कथित हेराफेरी के मामले में पूछताछ की। ईडी इसी मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है। पिछले दो महीने में ईडी ने तीन बार पुणे और कोल्हापुर में स्थित मुश्रीफ के ठिकानों पर छापेमारी की थी।
पिछले सप्ताह मुश्रीफ के ठिकानों पर हुई थी छापेमारी
पिछले सप्ताह ईडी ने मुश्रीफ से जुड़े मामले में कोल्हापुर डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल बैंक के मुख्यालय, कागल में सेनापाशी कापशी और गढ़िंगलाज में हरली शाखा पर छापा मारा था। यह मामला कोल्हापुर जिले की एक सहकारी चीनी फैक्ट्री का हैं।