मुंबई बीजेपी का मिशन BMC, 170 सीटों पर फोकस

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    मुंबई:  मुंबई महानगरपालिका (BMC) के वार्डों की संरचना की सही तस्वीर भले ही अभी तक सामने नहीं आयी है, लेकिन बीएमसी चुनाव (BMC Election) की उल्टी गिनती शुरु हो गई है। जिसको लेकर सभी राजनीतिक दलों ने तैयारी शुरु कर दी है। वर्ष 2017 में  अपने दम पर 82 सीट जीतने वाली भाजपा (BJP) ‘मिशन बीएमसी’ (Mission BMC) के तहत लोगों के बीच जा रही है। पार्टी का उद्देश्य वर्ष 2022 के मुंबई महानगरपालिका चुनाव में 236 सीटों में से 130 पर जीत हासिल करना है। जिसको लेकर सभी नगरसेवकों को वार्ड के विकास कार्यों को गति देने का निर्देश दिया गया है। 

    पार्टी संगठन को मजबूत करने के साथ ही सोशल इंजीनियरिंग के तहत सभी वर्ग के लोगों को जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। वार्ड संचरना की सही तस्वीर आने और वार्डों का आरक्षण घोषित होने के बाद जीत की रणनीति तय की जाएगी।

    2017 के चुनाव में भाजपा को मिली थी 82 सीटों पर जीत

    वर्ष 2017 के पहले तक भाजपा मुंबई महानगरपालिका का चुनाव शिवसेना के साथ मिल कर निश्चित सीटों पर लड़ रही थी। वर्ष 2017 में पहली बार अकेले बल पर मैदान में उतरी भाजपा को कुल 227 सीटों में से 82 पर जीत हासिल हुई  थी, जो शिवसेना से महज 2 ही कम थी। भाजपा खुद का महापौर बनाने के लिए प्रयासरत थी, लेकिन राज्य में महायुति की सरकार होने की वजह से तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निर्देश पर पार्टी ने अपने  कदम वापस  ले लिया था। अब मुंबई महानगरपालिका पर कब्जा जमाने के लिए पार्टी पूरी ताकत लगाएगी। 

    पार्टी ने दी कई नेताओं को जिम्मेदारी 

     पूर्व मुख्यमंत्री  देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में  ‘मिशन मुंबई मनपा’ की शुरुआत बीजेपी ने की है। वर्ष 2022 का महानगरपालिका चुनाव मुंबई भाजपा अध्यक्ष मंगल प्रभात लोढ़ा के लिए कुछ कर दिखाने की चुनौती भी है। पिछला महानगरपालिका चुनाव आशीष शेलार के नेतृत्व में लड़ा गया था। तब पार्टी ने अपेक्षा से अधिक सफलता हासिल की थी। पार्टी ने महानगरपालिका में सत्ता हासिल करने के लिए जहां विधायक अतुल भातखलकर को प्रभारी बनाया है। वहीं पार्टी की कोर कमिटी के सदस्यों पूर्व मंत्री आशीष शेलार, सांसद गोपाल शेट्टी, मनोज कोटक, पूनम महाजन, विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर, विधान परिषद सदस्य प्रसाद लाड, विधायक नितेश राणे , मनपा में पार्टी के गुट नेता प्रभाकर शिंदे, मनपा में पार्टी के नेता विनोद मिश्र, उप गुट नेता कमलेश यादव,प्रवक्ता भालचंद्र शिरसाट सहित अन्य की भी जिम्मेदारी तय की गयी है। 

    130 सीटों का लक्ष्य 

    भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के मुताबिक, पार्टी ने सीटों का लक्ष्य निर्धारित किया है। अब तक महानगरपालिका में  227 सीटें थी जिससे बहुमत के लिए 114 नगरसेवकों की जरुरत थी। अब राज्य मंत्रिमंडल ने 9 सीटें बढ़ाने की मंजूरी दी है। जिससे नगरसेवकों की संख्या बढ़ कर 236 हो जाएगी। अब बहुमत के लिए 119 नगरसेवकों की जरुरत होगी। महानगरपालिका चुनाव में महाविकास आघाड़ी के घटक दल भले ही अलग-अलग चुनाव लड़ेंगे, लेकिन चुनाव बाद सभी दल एक हो जाएंगे। महानगरपालिका में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद सत्ता से दूर रह जाएगी। इस लिए पार्टी का ध्यान अकेले दम पर बहुमत हासिल करना है।

    मुंबई की जनता शिवसेना के 30 सालों के भ्रष्टचार से उब गयी है। पांच सालों में देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई का चहुंमुखी विकास का प्रयास किया, लेकिन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जिस तरह से मुंबई मेट्रो सहित अन्य विकास परियोजनाओं को रोकने का काम किया है उससे लोगों में नाराजगी है। मुंबई की जनता भाजपा के साथ है और महानगरपालिका चुनाव में ईवीएम मशीन के जरिए शिवसेना से अपना हिसाब किताब चुकाएगी।

    - अतुल भातखलकर, विधायक, मनपा चुनाव प्रभारी, भाजपा