प्रापर्टी टैक्स बकाएदारों पर बीएमसी की नजर

  • नए साल से तेज होगी टैक्स वसूली

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मुंबई. कोरोना संकट (Corona Crisis) के कारण बीएमसी (BMC) की आर्थिक स्थिति डांवाडोल हो गई. कोरोना में 1200 करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च हो चुकी है, लेकिन टैक्स वसूली (Tax Collection) नहीं हो सकी. इससे बीएमसी को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है. अब बीएमसी आर्थिक नुकसान की भरपाई के लिए नए साल से प्रॉपर्टी टैक्स वसूलने का अभियान तेज करेगी.

इसके लिए बीएमसी प्रॉपर्टी टैक्स (Property tax) बकायेदारों को पत्र (Latter) भेजना शुरू भी कर दिया है.  बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त पी वेलारासू ने कहा कि जनवरी के बाद प्रॉपर्टी टैक्स वसूलने की प्रक्रिया को तेज किया जाएगा.

बीएमसी को अपना डिपॉजिट तोड़ना पड़ा

बीएमसी की कुल आमदनी का 20 प्रतिशत टैक्स प्रॉपर्टी टैक्स से आता है. कोरोना के कारण बीएमसी की वसूली नहीं होने का असर उसकी तिजोरी पर पड़ा है. कोरोना पर खर्च करने के लिए बीएमसी को अपना डिपॉजिट तोड़ना पड़ा है. आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण बीएमसी ने करीब डेढ़ हजार करोड़ रुपए के विकास कार्यों को रोक दिया है. साथ ही कार्यालयीन खर्चों में भी 20 प्रतिशत का बचत करने का निर्णय लिया है.बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि बीएमसी ने प्रॉपर्टी टैक्स से 6768 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य रखा था.  जिसे घटा कर अब 4,500 – 5,500 करोड़ रुपये कर दिया गया है. मौजूदा वित्तीय वर्ष में बीएमसी  केवल 1000  करोड़ रुपये ही प्रॉपर्टी टैक्स की वसूल कर सकी है.  इस साल के शुरुआत में  प्रॉपर्टी टैक्स वसूली तेज करते हुए बकायेदारों के कार्यालयों के फर्नीचर तक जब्त कर लिए थे. बीएमसी ने  बकायेदारों के दो हेलिकॉप्टर भी जब्त कर लिया था. 

वसूली अभियान को तेज करने जा रही बीएमसी 

बीएमसी की कार्रवाई जारी थी उस बीच कोरोना क संक्रमण ने टैक्स वसूली कार्यक्रम को ठप कर दिया. बीएमसी नए वर्ष में टैक्स वसूली अभियान को तेज करने जा रही है. कोरोना संकट के कारण अभियान में शिथिलता आ गई थी. एक बार फिर प्रापर्टी टैक्स बकायेदारों को नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरु की गई है. इस सख्ती नहीं की जाएगी. लोगों को समझा कर टैक्स देने के लिए उत्साहित किया जाएगा.

-पी वेलारासू, अतिरिक्त आयुक्त, बीएमसी