maharashtra corona
Representative Photo

    Loading

    नई दिल्ली/मुंबई. जहाँ एक तरफ महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना (Corona) तांडव मचा रखा है, साथ ही इसके चलते अनेक मौतें भी हुईं हैं। जिनमे देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) भी शामिल है। लेकिन एक बड़ी खबर जो निकल आ आ रही है, वह ये है की  मुंबई में लोगों ने साल 2020 में कोरोना के बाद कैंसर से ज्यादा अपनी जान गंवाई है। 

    जी हाँ हाल ही में दाखिल की गयी एक RTI  में सामने आया है कि आंकड़ों के मुताबिक शहर में दिल का दौरा पड़ने, किडनी फेल होने व कैंसर से भी ज्यादा लोगों की जान कोरोना के कारण गई है। साल 2020 में 1।1 लाख मौत हुई जिसमें से 11,105 यानी की 10% लोगों की जान कोरोना से हुई।

    वहीं, आंकड़ों के मुताबिक 8,576 लोगों की जान कैंसर के कारण गई। जो कि कुल आंकड़े का 7।6% है। वहीं, 5,633 लोगों की जान हार्टअटैक के कारण हुई है। इसके अलावा 1,634 लोगों ने किडनी फेलियर के कारण अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। साथ ही RTI  में खुलासा हुआ कि BMC द्वारा जारी डेथ सर्टिफिकेट्स से ये बात सामने आई थी कि हार्ट अटेक से होने वाली मौतों में 35% तक की गिरवाट दर्ज की गई है। 

     वहीँ महामारी आने के बाद साल 2020 में लोगों की मौत का प्रमुख कारण कोरोना बना। वसाथ ही इस रिपोर्ट में ये भी बात सामने आई कि बीते एक दशक में ऐसा पहली बार देखा गया है कि आग से जलकर मरने वालों की मौत का आंकड़ा 100 के अंदर ही दर्ज किया गया।

    साथ ही सिर पर चोट लगने से मौत के आंकड़े में भी भयंकर गिरावट दर्ज की गई है। इधर साल 2019 में जहां ये आंकड़ा 1000 था वहीं साल 2020 में ये आंकड़ा घटकर 760 का हो गया। इतना ही नहीं शहर में टीबी से मरने वालों के आंकड़ों में भी अब अच्छी खासी गिरावट दर्ज की गई है। साल 2020 में ये आंकड़ा 3719 रहा जबकि साल 2018 और 2019 में ये क्रमश: 4940 व 4899 का ही था। 

    इन आंकड़ों के बाबद  टाटा मेमोरिअल हॉस्पिटल के डॉ। श्रीपद बनवाली ने कहा कि, महामारी के दौरान कैंसर से मरने वालों की संख्या बढ़ी है। उन्होंने साथ ही कहा कि, ”कई मरीज महामारी के कारण अपना इलाज भी पूरा नहीं करवा सके। वहीं मुंबई में बाहर से भी अक्सर लोग इलाज के लिए आते हैं। उनकी मौत होने पर उन्हें डेथ सर्टिफिकेट भी यहीं से मिलता है। लेकिन लॉकडाउन के कारण अस्पताल में ऐसे मामलों के दाखिले में कमी ही देखी गई। ”