बच्चों का वैक्सीनेशन (Photo Credits-ANI Twitter)
बच्चों का वैक्सीनेशन (Photo Credits-ANI Twitter)

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    – सूरज पांडे 

    मुंबई : व्यस्कों के टीकाकरण (Vaccination) में अव्वल रहने वाली मुंबई (Mumbai) किशोरों के टीकाकरण में पिछड़ते जा रही है। स्वास्थ्य विभाग (Health Department) से मिले आंकड़ों के मुताबिक मुंबई 35 जिलों (District) की सूची में 29वे स्थान पर है। मुंबई किशोरों में फिलहाल एक 49 फीसदी किशोरों ने ही वैक्सीन (Vaccine) की पहली डोज (First Dose) ली है।

    मुंबई में 3 जनवरी से शुरू हुए 15 से 18 वर्ष के किशोरों के टीकाकरण को उतना प्रतिसाद नहीं मिला जितना मिलना चाहिए। शहर में कुल किशोरों की संख्या 61 लाख 2 हजार 461 है, जिसमें से 30 लाख 1 हजार 414 किशोरों ने ही वैक्सीन की पहली डोज ली है। यानी 49.21 फीसदी किशोरों ने ही वैक्सीन की पहली डोज ली है। पूरे राज्य में औसतन 56.47 फीसदी किशोरों  ने वैक्सीन लिया है, लेकिन मुंबई राज्य के औसत टीकाकरण के आंकड़ों से भी पीछे चल रही है।

    पीडियाट्रिक कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. बकुल पारेख ने कहा कि सोशल मीडिया पर चलने वाले अफवाहों के कारण अभिभावक बच्चों को वैक्सीन दिलाने से डर रहे हैं। एक कारण यह भी लोगों को यह लग रहा है कि कोविड जा रहा है तो वैक्सीन क्यों लें। यह उम्र भी ऐसा जहां किशोर बिंदास रहते हैं, लेकिन मेरी अभिभावकों से यही अपील होगी की वह अपने बच्चों को वैक्सीन लेने के लिए भेजे।

    डबल डोज लेने में भी 23वें स्थान पर

    डबल डोज लेने में भी मुंबई के किशोर 23वें स्थान पर है। शहर में 61304 किशोरों ने ही वैक्सीन की डबल डोज ली है। राज्य में डबल डोज लेने वालों का औसतन आंकड़ा 13.38 फीसदी है, जबकि मुंबई में केवल 10.1 फीसदी किशोरों ने ही वैक्सीन की दूसरी डोज ली है।

    यह जिले हैं टॉप पर

    किशोरों के टीकाकरण के मामले में भंडारा 78.68 फीसदी किशोरों वैक्सीन लेकर टॉप पर है। उसके बाद सांगली में 72.30 फीसदी, कोलाहपुर में 71.44 फीसदी किशोरों का टीकाकरण हुआ है। पालघर में 69.12 फीसदी और ठाणे में 55.53 फीसदी किशोरों ने वैक्सीन की पहली डोज ली है।

    टीकाकरण की संख्या बढ़ेगी

    मुंबई में किशोरों के टीकाकरण को धीमी शुरुआत मिली, क्योंकि पहले केंद्र भी कम थे और स्कूल एवं कॉलेज बंद थे। पहले की तुलना में टीकाकरण की रफ्तार बढ़ी है। आनेवाले दिनों में संख्या बढ़ने की उम्मीद है।

    - डॉ. सचिन पाटिल, राज्य टीकाकरण अधिकारी

    राज्य में टीकाकरण का स्टेटस

    राज्य में 13 फरवरी तक कुल 60 लाख 63 हजार किशोरों में से 34 लाख 23 हजार 696 ने वैक्सीन की पहली डोज ली है, जबकि 8 लाख 11 हजार 474 ने वैक्सीन की दूसरी डोज ली है।

    डबल डोज का आंकड़ा थम सा गया है

    मुंबई में 18 से अधिक उम्र के 95.65 फीसदी लोगों का डबल डोज हो गया है, लेकिन अब इस आंकड़े में पिछले कई दिनों से बढ़त न के बारोबार है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की माने तो कुछ फीसदी लोग ऐसे हैं जिन्होंने ने तय कर लिया है कि उन्हें वैक्सीन नहीं लेना है।

    वायरस को रोकना है तो किशोरों को वैक्सीन लेना चाहिए

    तीसरी लहर में मुंबई के 15 से 18 उम्र का वर्ग भी संक्रमित हुए है, ऐसे में अब नियमानुसार 3 महीने बाद ही वे वैक्सीन ले सकते है। दूसरा अभिभावक और किशोरों में वैक्सीन न लेने को लेकर हिचकिचाहट भी है। मेरी अभिभावकों और किशोरों को यही सलाह होगी कि वे वैक्सीन लें। क्योंकि स्कूल खुल गए हैं यदि कोई बच्चा संक्रमित होता है तो वो घर के बुजुर्गों को संक्रमित कर सकता है। ऐसे बच्चों के साथ घर के बुजुर्गों पर भी खतरा बना हुआ है। जोर जबरदस्ती नहीं बल्कि उन्हें समझा कर वैक्सीन लेने के लिए राजी करना चाहिए।

    - डॉ. फजल नबी, कंसल्टेंट पीडियाट्रिशियन, वॉकहार्ट अस्पताल