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    मुंबई: मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट-5 (Crime Branch Unit-5) ने फर्जी इंडियन पासपोर्ट (Fake Indian Passport) और वीजा बनाने वाले गैंग (Gang) का भंडाफोड़ कर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों की पहचान इम्तियाज़ शेख (62) और सुधीर सावंत (38) के रूप में की गई है। पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ इसी तरह का एक मामला दिल्ली (Delhi) में भी दर्ज है। नवंबर में जेल से रिहा होने के बाद गिरोह ने मुंबई (Mumbai) में अपने पैर जमाने के लिए स्थानीय एजेंटों की मदद से काम कर रहे थे। हालांकि क्राइम ब्रांच ने कई अनसुलझे सवालों के जवाब नहीं दिए, जिससे यह हकीकत सामने आ सके की, कही कोई संदिग्ध व्यक्ति इस पासपोर्ट से देश छोड़कर विदेश तो नहीं भाग गया है।

    क्राइम ब्रांच यूनिट-5 के प्रभारी वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक घनश्याम नायर के मुताबिक, इनके कब्जे से विभिन्न व्यक्तियों के 28 फर्जी पासपोर्ट, वीजा और पासपोर्ट बनाने के इस्तेमाल में आने वाले कागज़, इंक और मशीने जब्त किया गया है। इतना ही नहीं पासपोर्ट और वीजा बनाने के समय लगने वाले विभिन्न प्रकार के डॉक्टरों, बैंकों, पासपोर्ट अथॉरिटी आदि के फर्जी रबर की मोहर (स्टाम्प) के साथ साथ इनके संबंधित अधिकारियों की फर्जी सिग्नेचर स्टाम्प भी बरामद हुए है।

    14 देशों के हैं बरामद फर्जी पासपोर्ट 

    पुलिस उपायुक्त (क्राइम ब्रांच) प्रशांत कदम ने बताया कि इनके पास से बरामद फर्जी पासपोर्ट 14 देशों के है जिसने दुबई और इस्तांबुल का भी नाम है, अब इस बात की जांच की जा रही है कि अब तक कितने लोग इस फर्जी पासपोर्ट और वीजा से देश छोड़कर विदेश चले गए हैं। इन्होने बताया कि एक फर्जी पासपोर्ट बनाने के लिए यह गिरोह एक लाख से लेकर पांच लाख रुपए तक लेते थे। दोनों आरोपियों को 4 फ़रवरी तक पुलिस रिमांड में लेकर आगे की जांच की जा रही है। इस कार्रवाई सहायक पुलिस निरीक्षक अमोल माली, कांस्टेबल अविनाश चिलप, गणेश काले, सुधाकर सालुंखे आदि शामिल थे।