- कोविड महामारी के संकट से उबरता रियल्टी सेक्टर
मुंबई. अर्थव्यवस्था में सुधार आने, होम लोन सस्ता होने, स्टाम्प ड्यूटी में कटौती, रियल्टी कंपनियों के छूट ऑफर और कीमतों में गिरावट आने के कारण प्रॉपर्टी मार्केट (Real Eatate) कोविड महामारी के संकट से उबर कर फिर गति पकड़ने लगा है. अक्टूबर महिने में मुंबई (Mumbai) में 7929 घरों की बिक्री हुई है, जो सितंबर 2020 की तुलना में 42% की जोरदार वृद्धि है. जबकि अक्टूबर 2019 के मुकाबले 36% की बढ़ोतरी है.
अक्टूबर 2020 में 7,929 घरों के रजिस्ट्रेशन के साथ, मुंबई के आवासीय क्षेत्र में पिछले 8 वर्षों में अक्टूबर के महीने में अब तक का सर्वाधिक रजिस्ट्रेशन (registrations) हुआ है. प्रमुख प्रॉपर्टी कन्सल्टेंसी फर्म नाइट फ्रैंक इंडिया (Knight Frank India) की सोमवार को जारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.
47% घटा सरकार का राजस्व
कोविड संकट से बुरी तरह प्रभावित हुए रियल्टी सेक्टर को बूस्ट देने के लिए सितंबर में महाराष्ट्र सरकार ने स्टाम्प ड्यूटी (stamp duty) को 3% घटा दिया था. राज्य सरकार के इस निर्णय से ग्राहकों का उत्साह बढ़ा और बिक्री में तेजी आई. इस टैक्स कटौती से सरकार का राजस्व विगत महीनों की तुलना में तो बढ़ा है, किंतु पिछले साल के मुकाबले घट गया है. मुंबई के आवास क्षेत्र पर जारी नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्व बढ़कर 233 करोड़ रुपए हो गया. जो अगस्त 2020 में 176 करोड़ रुपए था और अक्टूबर 2019 में 442 करोड़ रुपए था. इस तरह अगस्त के मुकाबले राजस्व 32% बढ़ा है, लेकिन पिछले साल की तुलना में 47% कम रहा है. ऐसे में यह तय है कि सरकार स्टाम्प ड्यूटी में दी गई 3% की छूट आगे नहीं बढ़ाएगी.
अप्रैल में नहीं बिका था एक भी घर
आंकडों के मुताबिक, मार्च में मुंबई में 3798 घरों की बिक्री हुई थी, लेकिन अप्रैल में पूर्ण लॉकडाउन होने से एक भी घर नहीं बिका था. मई में केवल 207 घर बिके थे. जून से स्थिति बेहतर होने लगी और 1839 घर बिके. जुलाई में 2662 और अगस्त में 2642 घरों की बिक्री हुई. त्योहारी सीजन शुरू होने से सितंबर में 5597 घरों की बिक्री दर्ज हुई और अक्टूबर में बिक्री का आंकड़ा 7929 तक पहुंच गया.
प्रॉपर्टी में निवेश का सही समय
‘स्टाम्प ड्यूटी में कटौती और बैंकों द्वारा होम लोन की ब्याज दरों में ऐतिहासिक कटौती से वास्तविक उपभोक्ताओं का उत्साह बढ़ा है. इसके अलावा डेवलपर्स द्वारा दी जा रही छूट से भी ग्राहक आकर्षित हो रहे हैं. अर्थव्यवस्था में सुधार और त्यौहारी मांग के चलते मार्केट में बिक्री की गति जारी रहने की उम्मीद है. ऐसे लोग जिनके पास पैसा है, वे इस समय को प्रॉपर्टी में निवेश करने के सबसे योग्य मौके के रूप में देख रहे हैं. क्योंकि प्रवेश मूल्य बेहद आकर्षक है.’ -शिशिर बैजल, अध्यक्ष, नाइट फ्रैंक इंडिया
मांग के साथ बढ़ सकती है कीमतें
‘कोविड का खतरा कम होने के साथ आर्थिक गतिविधियों में तेजी आ रही है. इसका असर रियल्टी सेक्टर पर भी दिख रहा है. नवी मुंबई में सबसे ज्यादा बिक्री नए निर्माणाधीन एयरपोर्ट के पास पनवेल, तलोजा और अन्य नजदीकी इलाकों में हो रही है. क्योंकि यहां 25 लाख से 75 लाख रुपए की अफोर्डबल रेंज में कई सुविधाओं के साथ घर उपलब्ध हैं. यहां सभी बड़ी रियल्टी कंपनियों के प्रोजेक्ट बन रहे हैं. अरिहंत ने अक्टूबर में 162 घर बेचे. हमे लगता है कि बिक्री में तेजी का यह क्रम आगामी महिनों में भी बना रहेगा और मांग बढ़ने के साथ कीमतों में 2 से 4% की वृद्धि हो सकती है. इसलिए अपने सपनों का घर खरीदने का यह सही समय है.’ -अशोक छाजेड़, अध्यक्ष, अरिहंत सुपरस्ट्रक्चर्स लिमिटेड
30% बढ़ी ठाणे में बिक्री
‘महाराष्ट्र सरकार द्वारा स्टाम्प ड्यूटी कटौती और ब्याज दरों में भारी कटौती का निश्चित रूप से अच्छा प्रभाव हुआ है. ग्राहक घर लेने के लिए प्रेरित हो रहे हैं. ठाणे शहर में भी अक्टूबर के दौरान 1450 से अधिक घरों का रजिस्ट्रेशन हुआ है, जबकि जनवरी 2020 में यह आंकड़ा करीब 1100 का था. जनवरी की तुलना में करीब 30% का इजाफा हुआ. अनलॉक के बाद हर माह वृद्धि हो रही है. नवरात्रि में अच्छी बिक्री देखी गयी. आगे भी हमें अच्छी बिक्री की उम्मीद है. ’ -जितेंद्र मेहता, उपाध्यक्ष, MCHI-ठाणे