मुंबई: नाला सफाई के बाद, मुंबईकरों (Mumbaikars) को कचरे (Garbage) और मलबे की शिकायतों (Complain) के लिए एक विशेष नंबर की सुविधा दी गई है । अब नागरिक कचरे की शिकायत सीधे वाट्सएप पर कर सकते हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) ने ‘मुख्यमंत्री स्वच्छ मुंबई व्हाट्सएप हेल्पलाइन’ (Chief Minister Swachh Mumbai WhatsApp Helpline) का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रणाली का प्रभावी ढंग से उपयोग करते हुए मुंबई की सड़कों को स्वच्छ और कचरा मुक्त बनाया जाएगा।
वर्षा के पर आयोजित कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री दादाजी भुसे, सांसद राहुल शेवाले, बीएमसी कमिश्नर आई. एस. चहल, अपर आयुक्त श्रवण हार्डीकर आदि उपस्थित थे। सीएम शिंदे ने कहा कि मुंबई में 1,150 सौंदर्यीकरण परियोजनाएं चल रही हैं। समुद्र तट की सफाई अभियान चलाया गया है। मुंबई में 170 जगहों पर बालासाहेब ठाकरे आपला दवाखाना शुरू है।
‘मुख्यमंत्री स्वच्छ मुंबई व्हॉटस्अप हेल्पलाईन' वर मुंबईकरांनी तक्रार केल्यानंतर तातडीने कचरा आणि राडारोडा (डेब्रिज) उचलला गेला पाहिजे. त्यासाठी मुंबई महापालिकेने यंत्रणा सतर्क ठेवावी. प्रभावीपणे या यंत्रणेचा वापर करून मुंबईतील रस्ते स्वच्छ, कचरामुक्त करावेत, असे निर्देश… https://t.co/9aVczwjYNq
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) June 7, 2023
पुनर्विकास के लिए व्यापक नीति
सीएम ने कहा कि मुंबई में पुनर्विकास की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ चर्चा की गई है, जिसमें कहा गया है कि मुंबई में चल रही पुनर्विकास परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए म्हाडा, एमएमआरडीए, सिडको, बीएमसी के साथ मिलकर व्यापक नीति तैयार की जाएगी।
ऐसी है ‘मुख्यमंत्री स्वच्छ मुंबई वाट्सएप हेल्पलाइन’ सुविधा
अशी आहे मुंबई महानगरपालिकेची 'मुख्यमंत्री स्वच्छ मुंबई व्हॉटस्अप हेल्पलाईन' सुविधा… pic.twitter.com/T5LPCXcPYr
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) June 7, 2023
बीमसी क्षेत्र में सार्वजनिक स्थानों पर कचरे की शिकायतों का समाधान करने और कचरे या मलबे के संबंध में सीधे शिकायत या सुझाव की सुविधा के लिए नागरिक हेल्पलाइन नंबर 8169681697 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। यह अप-टू-डेट, उपयोग में आसान हेल्पलाइन वाट्सएप के माध्यम से मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध कराई गई है। शिकायत का फोटो और जगह/जीपीएस लोकेशन आदि साझा करने के बाद हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज की जाएगी। इसके बाद इसे सीधे संबंधित विभाग को भेजा जाएगा। शिकायत दर्ज कराने के आठ घंटे के भीतर कार्रवाई होगी। इस व्यवस्था के लिए बीएमसी ने 350 कनिष्ठ पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया हैं।