नए साल से मुंबईकरों को मिलेगा तोहफा, मेट्रो 2 ए और 7 का होगा पूर्ण संचालन, CMRS का परीक्षण शुरू

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    मुंबई: पश्चिमी उपनगरों की ट्रैफिक पर राम बाण उपाय साबित होने वाली मेट्रो लाइन-7 (दहिसर ई-अंधेरी ई) और 2 ए (दहिसर-डीएन नगर) के पूर्ण संचालन की तैयारी शुरू है। एमएमआरडीए (MMRDA) के अनुसार, नए साल (New Year) में मुंबईकरों (Mumbaikars) को तोहफा मिलेगा। उल्लेखनीय है कि मेट्रो का ट्रायल और वाणिज्यिक संचालन शुरू होने से पहले आरडीएसओ की आवश्यक मंजूरी मिल गई है।

    एमएमआरडीए आयुक्त एसवीआर श्रीनिवास के अनुसार, दूसरे चरण के संचालन को लेकर सीएमआरएस की टीम परीक्षण कर रही है। इसके पहले सिग्नलिंग टेस्टिंग,रोलिंग स्टॉक आदि पर एमएमओसीएल अधिकारियों और सलाहकारों के साथ बैठक की जा चुकी है। सीएमआरएस से सेफ्टी क्लीयरेंस सर्टिफिकेट मिलने के बाद कमर्शियल ऑपरेशन शुरू हो जाएगा। यात्रियों के लिए मेट्रो कॉरिडोर खोलने से पहले पटरियों, सिग्नलिंग, विद्युत प्रणालियों और सिविल कार्यों की जांच सीएमआरएस करते हैं। यह प्रकिया दिसंबर के अंत तक पूरी हो जाएगी।

    अप्रैल में खुला था पहला चरण

    मेट्रो 2 ए और 7 (दहानुकरवाड़ी-दहिसर-आरे) के लगभग 20 किमी के पहले चरण को अप्रैल में खोला गया था। बाकी लगभग 17 किमी का रूट जनवरी से शुरू हो जाएगा। दोनों लाइनों पर 30 स्टेशन हैं। दोनों लाइन के शुरू हो जाने पर लिंक रोड और वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर ट्रैफिक कम होने की उम्मीद हैं।

    बढ़ेंगे इतने लाख यात्री

    दोनों मेट्रो लाइनें जब पूरी तरह शुरू हो जाएंगी तो 3 लाख से ज्यादा यात्री सफ़र करेंगे। मेट्रो लाइन-7 वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे स्टेशन पर अंधेरी ईस्ट में लाइन-1 और अंधेरी वेस्ट पर डीएन नगर मेट्रो स्टेशन से लाइन-2 पर जुड़ जाएगी। यह मेट्रो लाइन मलाड-गोरेगांव-अंधेरी को जोड़ेगी, जिससे काफी यात्री बढ़ जाएंगे। इसका संचालन महा मुंबई मेट्रो रेल ऑपरेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड करेगा। मुंबई मेट्रो लाइन-2 ए दहिसर को डीएन नगर से जोड़ती है, जबकि लाइन-7 दहिसर ईस्ट को अंधेरी ईस्ट से जोड़ती है, जिसकी कुल लंबाई 35 किमी है।  

    2031 तक 12.77 लाख यात्री

    अधिकारियों के अनुसार, एक जब दोनों लाइनों के शुरू होने के बाद लगातार यात्री बढ़ेंगे। अंदाज है कि वर्ष 2031 तक रोजाना 12.77 लाख सवारी इस रूट पर होगी।

    ये हैं स्टेशन

    मेट्रो लाइन 2 A में 17 स्टेशन हैं। – अंधेरी (पश्चिम), लोअर ओशिवारा, ओशिवारा, गोरेगांव (पश्चिम), पहाड़ी गोरेगांव, लोअर मलाड, मलाड (पश्चिम), वलनाई, दहनुकरवाड़ी, कांदिवली (पश्चिम), पहाड़ी एकसार, बोरीवली (पश्चिम) , एकसार, मंडपेश्वर, कांदरपाड़ा, ऊपरी दहिसर और दहिसर (पूर्व)। मेट्रो लाइन 7 में 13 स्टेशन हैं – गुंदवली, मोगरा, जोगेश्वरी (पूर्व), गोरेगांव (पूर्व), आरे, डिंडोशी, कुरार, आकुर्ली, पोइसर, मागाठाणे, देवीपाड़ा, राष्ट्रीय उद्यान और ओवारीपाड़ा। दोनों मेट्रो लाइनें दहिसर स्टेशन पर जुड़तीं हैं। मेट्रो 2-ए का प्रोजेक्ट खर्च 6,410 करोड़ रुपए, जबकि लाइन 7 का खर्च 6,208 करोड़ रुपए है।

    28 रेक के साथ चलेगी

    भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड द्वारा उपलब्ध कराए गए कुल 28 रेकों के साथ, दोनों लाइनों पर सेवाएं 7 मिनट के अंतराल में संचालित की जाएंगी। दोनों कॉरिडोर का कार शेड चारकोप में बना है।