eroli kaatai tanel

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    मुंबई: एमएमआरडीए (MMRDA) द्वारा ऐरोली-काटई नाका के बीच बनाए जा रहे अत्याधुनिक टनेल का काम पूरा हो जाने पर ऐरोली (Airoli) से मुंब्रा (Mumbra) की दूरी सिमट कर मात्र 10 मिनट की रह जाएगी। ऐरोली से मुंब्रा के काटई के बीच 6 लेन की सड़क और टनेल (Tunnel) का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। एमएमआरडीए आयुक्त एसवीआर श्रीनिवास ने अधिकारियों के साथ परियोजना स्थल का दौरा किया कार्य की समीक्षा की। 

    आयुक्त श्रीनिवास के अनुसार, 85 प्रतिशत एलिवेटेड और 67 फीसदी सुरंग का काम हो चुका है। मई 2023 से पहले एक तरफ की सुरंग (2+2 लेन) को पूरा करने और नवंबर 2023 तक शेष सुरंग का निर्माण करने की योजना है। जिसमें चरण-I में एक एलिवेटेड के साथ-साथ सुरंग का निर्माण शामिल है।

    सांसद डॉ श्रीकांत शिंदे ने दिया था प्रस्ताव

    उल्लेखनीय है कि ऐरोली से शीलफाटा तक बड़े पैमाने पर ट्रैफिक समस्या को देखते हुए स्थानीय सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे ने इस योजना का प्रस्ताव दिया था। परियोजना के पूरा होने पर नवी मुंबई से मुंब्रा, कल्याण, डोंबिवली. अंबरनाथ-बदलापुर एमएमआर के लोगों का फायदा होगा। काटई से ऐरोली मात्र 10 मिनट में पहुंचा जा सकेगा।

    टनेल की विशेषता

    निर्माणाधीन टनेल पुणे-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर बनी टनेल की तरह होगी। ऐरोली काटई नाका प्रकल्प ऐरोली पुल से शुरू होकर ठाणे-बेलापुर रोड, ठाणे-बेलापुर रेलवे, राष्ट्रीय महामार्ग क्रमांक-4, दिवा-पनवेल रेलवे पार करते हुए कल्याण-शील मार्ग पर काटई नाका तक 12.3 किमी है। टनेल के निर्माण का खर्च लगभग 385 करोड़ रुपए है। इस ट्वीन टनेल की लंबाई  1.69 किमी है। इसमें 3-3 लेन की सीमेंट कंक्रीट की सड़क बनेगी। 3+1 रिफ्यूज लेन होगा। इसे कंट्रोल ब्लास्टिंग पद्धति से बनाया जा रहा है।