महानगरपालिका  का किड्स फ्रेंडली मुलुंड जंबो कोविड सेंटर, उपचार और एंटरटेनमेंट दोनों

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    मुंबई. महानगरपालिका  (Municipal Corporation) ने तीसरी लहर से निपटने के लिए लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली है। इसी बीच महानगरपालिका के मुलुंड स्थित जंबो कोविड केयर सेंटर (Jumbo Covid Care Center) को किड्स फ्रेंडली केंद्र (Kid-Friendly Center) में तब्दील किया गया है।  केंद्र में बच्चों के उपचार से लेकर मनोरंजन का प्रबंध किया गया है।   

    सितंबर महीने में कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावनाएं जताई जा रही है।  इस बार बच्चों पर कोरोना का खतरा अधिक होने की बात एक्सपर्ट्स कह रहे हैं।  ऐसे में महानगरपालिका  ने प्रमुख अस्पतालों से लेकर जंबो कोविड केयर सेंटर्स में बच्चों के लिए अलग से 100 बेड्स के कक्ष तैयार रखें हैं।  वैसे तो कोई यह नहीं चाहता कि तीसरी लहर आए और आए भी तो बच्चों का इसपर कोई असर न हो, लेकिन कोरोना वायरस कब क्या रूप ले ले कहा नहीं जा सकता है।  मुलुंड जंबो कोविड केयर सेंटर के प्रमुख डॉ. प्रदीप आंग्रे ने बताया कि जब कोविड से वयस्क लोग संक्रमित होते हैं तो अक्सर उदास, अकेल और चिंतित नजर आते हैं।  उनकी इस चिंता को दूर करने के लिए डॉक्टर उनकी कॉउंसिलिंग करते हैं या फिर उनके परिवार से उनकी बात करवाई जाती है ताकि उनका मन बहल जाए।  अब बच्चों के मामला बिल्कुल अलग है।  अभिभावकों के बिना बच्चे कैसे रहेंगे यह सबसे बड़ा प्रश्न है।  ऐसे में बच्चों के उपचार के साथ उनका मन बहलाने, उन्हें एंटरटेन रखने के उद्देश्य से हमने किड्स फ्रेंडली वार्ड बनाया है। 

    खेल से लेकर पढ़ाई तक

    बच्चों को खुश रखने के लिए प्ले एरिया बनाया है जिसमें ढ़ेर सारे खिलौने और एक से एक प्रकार के गेम रखें हैं।  इसके अलावा बच्चों को पढ़ाई के लिए कविता और कहानियों वाली बुक्स भी वार्ड में रखी गई है।  इसके अलावा बच्चों के लिए टीवी भी इंस्टाल किया गया है, पूरे वार्ड को कार्टून और रंगों से सजाया गया है। 

    100 ऑक्सीजन और 2 आईसीयू बेड्स

    हमने तीसरी लहर से निपटने और बच्चों के उपचार के लिए 100 ऑक्सीजन बेड्स रिज़र्व रखा है।  इसके अलावा 2 आईसीयू बेड्स भी रखें गए हैं। डॉक्टर और  नर्सेस, स्टॉफ, दवाइयां आदि का प्रबंध किया गया है।