Loading

    मुंबई: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने शिंदे-फडणवीस सरकार (Shinde-Fadnavis Government) से राज्य को गीला सूखा घोषित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही यह फैसला नहीं लिया गया तो कांग्रेस (Congress) एक बड़ा आंदोलन (Protest) करेगी।

    नाना पटोले ने कहा कि राज्य के किसानों की स्थिति पहले से बहुत खराब थी। वहीं अब भारी बारिश ने उनकी मुसीबतों को और बढ़ा दिया है। ख़ास कर विदर्भ और मराठवाड़ा में भारी बारिश से किसानों बेहाल हैं। पटोले ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांग को दरकिनार किया गया तो मंत्रियों का सड़क चलना मुश्किल कर दिया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकर के उदासीन रवैए की वजह से किसानों की दिवाली काली हो गई है।

    किसानों को नहीं मिली मदद  

    नाना पटोले ने दावा किया है कि शिंदे-फडणवीस सरकार द्वारा किसानों के लिए घोषित सहायता अभी तक नहीं पहुंची है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मंत्रालय में बैठ कर अधिकारियों को पंचनामा का आदेश दिया है, लेकिन हकीकत यह है कि स्थानीय स्तर पर प्रशासन काम नहीं कर रहा है। पटोले ने कहा कि मैंने खुद विदर्भ और मराठवाड़ा के सूखा प्रभावित इलाकों का दौरा कर किसानों से बातचीत की है। पंचनामा करने के लिए अधिकारी नहीं आ रहे हैं। वहीं जो भी पंचनामा किया जा रहा है वह तथ्यों को देखकर नहीं किया जा रहा है, जिससे किसानों को नुकसान हो रहा है।

    खेतों की खड़ी फसल बर्बाद

    पटोले ने कहा कि भारी बारिश की वजह से सोयाबीन, कपास, अरहर, मक्का और बाजरा की फसलें बर्बाद हो गईं हैं। इस बारिश से बाग की फसलों के अलावा सब्जियां भी प्रभावित हुई हैं, लेकिन राज्य सरकार किसानों की मदद करने की जगह अपनी आपसी झगड़ों को सुलझाने में व्यस्त है।