Sharad pawar

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    मुंबई. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Ajit Pawar) से सबंधित कम्पनियों के अलावा उनके परिवार के सदस्यों पर आयकर विभाग (Income Tax Department) के छापे (Raids) के बाद उनके चाचा और एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) भी छोटे पवार के बचाव में उतर आए हैं। सोलापुर में अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शरद पवार ने केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) के खिलाफ जम कर भड़ास निकाली। 

    उन्होंने साफ तौर से कहा कि उनका परिवार बीजेपी से डरने वाला नहीं है। पवार ने कहा कल ( गुरुवार ) को कुछ सरकारी मेहमानों को अजीत पवार के पास भेजा गया था। वो मेहमान आए और गए। हमें मेहमानों की बिल्कुल भी परवाह नहीं है। आगे बोलते हुए पवार ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले मुझे भी एक बैंक मामले में ईडी का नोटिस भेजा गया था। जबकि मैं उस बैंक का सदस्य नहीं था। लेकिन लोगों ने नोटिस भेजने वालों को अपना जवाब वोट देकर दिया था। पवार ने केन्द्र की बीजेपी सरकार को सत्ता का दुरुपयोग न करने की सलाह दी है।

    महाराष्ट्र बंद पर सभी दल हो एकजुट

    शरद पवार ने कहा कि केंद्र की किसान नीतियों का विरोध करने के लिए 11 अक्टूबर के महाराष्ट्र बंद को सफल बनाने के लिए सभी दलों को एकजुट होकर साथ आने की अपील की है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में हुई हिंसा के का कड़ा विरोध करते हुए इस नरसंहार की तुलना जालियांवाला बाग हत्याकांड से की। पवार ने कहा कि इस तरह के बयानों से खीज कर केंद्र सरकार केन्द्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर विरोधी दलों के नेताओं को निशाना बना रही है। उन्होंने लोगों से 11 अक्टूबर को महाराष्ट्र बंद के दौरान शांति और कानून का पालन करते हुए भाग लेने की अपील की है।

    लगातार दूसरे दिन छापे की कार्रवाई

    आयकर विभाग ने लगातर दूसरे दिन शुक्रवार को भी उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजीत पवार के करीबी सहयोगी पर छापे की कार्रवाई को जारी रखा। आयकर विभाग ने अजीत पवार की तीन बहनों और बेटे पार्थ पवार के दफ्तरों पर भी छापेमारी की।

     सड़कों पर उतरे कार्यकर्ता

    आयकर विभाग के छापे के खिलाफ पुणे में एनसीपी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने विधान भवन पर धावा बोल दिया है। उन कार्यकर्ताओं को शांत कराने के लिए अजीत पवार को काउंसिल हॉल से बाहर आना पड़ा। एनसीपी कार्यकर्ताओं ने काउंसिल हॉल के सामने मानव श्रृंखला बना कर आयकर विभाग की कार्रवाई का विरोध किया। इस आंदोलन में कई महिला कार्यकर्ता भी शामिल थीं। इस दौरान एनसीपी समर्थकों ने बीजेपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। आंदोलन का नेतृत्व एनसीपी पुणे शहर अध्यक्ष प्रशांत जगताप, एनसीपी की महिला प्रदेश अध्यक्ष रूपाली चाकणकर और अंकुश काकड़े शामिल थे।

    मैं आयकर विभाग के छापे की कार्रवाई पूरा होने के बाद इसका सही जवाब दूंगा। इस मामले में जल्द ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। ऐसे में मुझे डरने की कोई जरुरत नहीं है।

    -अजीत पवार, उपमुख्यमंत्री, महाराष्ट्र