मुंबई. मुंबई (Mumbai) के पुलिस कमिश्नर (Police commissioner) पद से हटाये जाने के बाद पुलिस महानिदेशक (होमगार्ड्स ) परमबीर सिंह (Parambir Singh) के लेटर बम (Letter Bomb) से महाराष्ट्र (Maharashtra) में राजनीतिक उहापोह की परिस्थिति बनी हुई है। गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) पर हर माह 100 करोड़ रुपये वसूली का आरोप लगने से महाविकास आघाड़ी बैकफुट पर आ गयी थी। लेकिन अब एनसीपी प्रमुख शरद पवार (NCP Chief Sharad Pawar) के निर्देश पर विपक्ष की धार कुंद करने के लिए महाविकास आघाड़ी के सभी घटक दल पलटवार की मुद्रा में हैं। राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग पर शिवसेना नेता एवं सांसद संजय राउत (MP Sanjay Raut) ने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार नहीं, बल्कि राज्य के मामलों में दखल देने के लिए केंद्र सरकार हो बर्खास्त किया जाना चाहिए। यही नहीं राउत ने राज्य सरकार का बचाव करते हुए चेतावनी भी दी कि यदि कोई राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की कोशिश करेगा तो वह उसी आग में जल जाएगा। राउत ने यह भी कहा कि अब हम विपक्ष के आरोपों का जवाब नहीं देंगे।
गृहमंत्री अनिल देशमुख पर पुलिस महानिदेशक परमबीर सिंह की तरफ से लगाए गए गंभीर आरोपों पर भाजपा लगातार इस्तीफे की मांग कर रही है। परमबीर सिंह ने आरोप लगाया कि अनिल देशमुख ने सचिन वझे को हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली करने का टारगेट दिया था। गृहमंत्री देशमुख पर लगे आरोपों को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार के दिल्ली स्थित आवास पर कई दौर की बैठक हुई। जिसके बाद निर्णय लिया गया कि गृहमंत्री इस्तीफा नहीं देंगे।
…तो सरकार चलाना मुश्किल हो जाएगा
अनिल देशमुख को लेकर जारी विवाद पर शिवसेना नेता एवं सांसद संजय राउत ने कहा कि अगर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने फैसला किया है कि आरोपों की जांच होनी चाहिए, तो फिर इसमें क्या गलत है? आरोप तो कोई भी किसी पर भी लगा सकता है। अगर लोग मंत्रियों का इस्तीफा ऐसे ही लेने लगे, तो सरकार चलाना मुश्किल हो जाएगा।
राष्ट्रपति शासन लगाने की कोशिश के होंगे गंभीर परिणाम
उन्होंने यह भी कहा कि परमबीर सिंह का पत्र सबूत नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार इस जांच की चुनौती को स्वीकार करने के लिए तैयार है, तो इस्तीफे का मुद्दा बार-बार क्यों उठाया जा रहा है?। उन्होंने फिर कहा कि अगर कोई केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करके महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने का प्रयास कर रहा है, तो मैं उन्हें चेतावनी दे रहा हूं कि आप स्वयं उस आग में जल जाएंगे।