Jet Airways' losses increased to Rs 5,536 crore in 2018-19

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    मुंबई: तीन साल बाद जेट एयरवेज (Jet Airways) एक बार फिर सेवा देने के लिए तैयार है। कंपनी ने दिवालिया होने के कारण 2019 में सेवाएं बंद (Service Closed) कर दी थीं। अब तीन साल बाद जेट एयरवेज उड़ान भरने के लिए तैयार है। कंपनी ने पुराने कर्मचारियों (Old Employees) को काम पर लौटने का आग्रह किया है। कंपनी ने भर्ती भी शुरू कर दी है। कंपनी ने केबिन क्रू के पूर्व कर्मचारियों को वापस बुला लिया है।

    एयरलाइन के जुलाई-सितंबर तिमाही में परिचालन शुरू होने की उम्मीद है। फिलहाल कंपनी ने केवल महिला क्रू मेंबर्स को ही रिकॉल किया है। एयरलाइन ने ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि घर जैसा कुछ नहीं है। जेट एयरवेज के पुराने केबिन क्रू को वापस आने और  एयरलाइन को फिर से शुरू करने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। वर्तमान में हम केवल महिला क्रू को आमंत्रित कर रहे हैं। पुरुष चालक दल के भर्ती होने के बाद हम उड़ान सेवा शुरू करेंगे।

    तीन साल से बंद थी सेवा 

    बढ़ते घाटे के चलते बंद हुई जेट एयरवेज को फिर से खोलने का प्रयास किया जा रहा है। नए मालिक मुरारी लाल जालान द्वारा कंपनी के अधिग्रहण के बाद कंपनी जल्द ही हवाई परिवहन निदेशालय से सभी परमिट के साथ यात्रियों की सेवा शुरू करेगी।

    मुंबई से वियतनाम के लिए 4 नई उड़ानें

    उधर, वियतजेट ने आधिकारिक तौर पर मुंबई और वियतनाम के हो ची मिन्ह सिटी और हनोई मार्गों और नई दिल्ली-मुंबई-फू क्वोक के बीच 4 नई हवाई सेवाओं की शुरुआत की है। नए मार्गों का शुभारंभ हाल ही में भारत और वियतनाम के बीच राजनयिक संबंधों की 50 वीं वर्षगांठ के दौरान मुंबई में आयोजित समारोह में की गई थी। इस समारोह में हो ची मिन्ह सिटी के राजनेता और मुंबई में वियतनाम के महावाणिज्य दूतावास के प्रतिनिधि शामिल हुए थे।

    हफ्ते में चार उड़ानें

    मुंबई-फू क्वोक मार्ग पर 9 सितंबर, 2022 से प्रत्येक सोमवार, बुधवार, शुक्रवार और रविवार को चार साप्ताहिक उड़ानें संचालित की जाएंगी। नई दिल्ली और फू क्वोक के बीच सेवाएं भी 9 सितंबर से ही शुरू होंगी तथा प्रत्येक बुधवार, शुक्रवार और रविवार को तीन साप्ताहिक उड़ानें संचालित की जाएंगी। हो ची मिन्ह सिटी, हनोई-मुंबई मार्गों पर जून, 2022 की शुरुआत से हवाई सेवाएं शुरू हो गई हैं।

    वियतजेट का फ्लाइट नेटवर्क

    वियतनाम और भारत के बीच छह सीधे हवाई मार्गों को कवर करता है, जो 1972 के बाद से दोनों देशों के बीच 50 वर्षों के राजनयिक संबंधों में एक मील का पत्थर है।