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    मुंबई: राज्य की राजधानी मुंबई (Mumbai) और उप राजधानी नागपुर (Nagpur) को जोड़ने वाले 701 किलोमीटर लंबे समृद्धि एक्सप्रेस-वे (Samridhi Expressway) को अब आगामी सितंबर तक खोले जाने की तैयारी की गई है। बताया गया कि नागपुर से शिर्डी (Shirdi) तक पहले चरण का काम 90 प्रतिशत पूरा हो गया है।

    एमएसआरडीसी (MMRDA) के माध्यम से बनाए जा रहे इस बहुउद्देश्यीय एक्सप्रेस-वे (Expressway) को शुरू किए जाने की डेडलाइन बढ़ती रही है। कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के चलते भी काम प्रभावित हुआ है। कोरोना की दूसरी लहर खत्म होने के बाद काम में तेजी आई है, परंतु अब फिर से कोरोना की तीसरी लहर की वजह से कार्य पर असर की संभावना है। वैसे पहला चरण नागपुर से शिर्डी 2021 के अंत तक शुरू किए जाने की तैयारी थी, परन्तु अब इस वर्ष के सितंबर तक शुरू होने की उम्मीद है।

    राज्य मंत्री ने की समीक्षा

    उल्लेखनीय है कि सार्वजनिक उपक्रम मंत्री संजय बनसोडे  ने एमएसआरडीसी के अधिकारियों के साथ बैठक कर समृद्धि परियोजना कार्य की समीक्षा की। बताया गया कि तीनों चरणों में समृद्धि का लगभग 77 प्रतिशत काम हुआ है, जबकि पहला चरण नागपुर से शिर्डी तक 520 किमी खंड का काम अंतिम चरण में है, जो सितंबर से शुरू हो सकता है। दूसरा चरण शिर्डी से इगतपुरी और तीसरे चरण में ठाणे तक काम जारी है। राज्यमंत्री बनसोडे ने काम में तेजी लाने का निर्देश दिया है। शिर्डी से इगतपुरी और तीसरे चरण में ठाणे तक 2023 तक शुरू करने का लक्ष्य है। 

    701 किमी ग्रीन एक्सप्रेस-वे

    701 किमी ग्रीन एक्सप्रेस-वे पर 150 किमी की स्पीड से वाहन दौड़ सकेंगे। एक्सप्रेस-वे के शुरू हो जाने पर मुंबई-नागपुर के बीच की दूरी मात्र 6 से 7 घंटे में सिमट जाएगी।

    10 जिलों में समृद्धि एक्सप्रेस-वे

    लगभग 55,335 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा 3+3 लेन का यह एक्सप्रेस-वे राज्य के 10 जिलों, 26 तालुकों और 392 गांवों से होकर गुजरेगा। मार्ग के विभिन्न शहरों को जोड़ने के लिए 24 इंटरचेंज होंगे। इनमें ठाणे, नासिक, अहमदनगर, जालना, औरंगाबाद, बुलढाणा, वाशिम, अमरावती, वर्धा और नागपुर प्रमुख हैं।