Panvel-Karjat Local Corridor

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    मुंबई: एमएमआर (MMR) के अंतर्गत आने वाले पनवेल-कर्जत लोकल कॉरिडोर (Panvel-Karjat Local Corridor) का काम गति पकड़ रहा है। मध्य रेलवे (Central Railway) के इस 5वें उपनगरीय रेल प्रोजेक्ट को दिसंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। उल्लेखनीय है कि दुनिया के सबसे बड़े और व्यस्त लोकल नेटवर्क में से एक मुंबई लोकल रूट के विस्तार की योजना एमआरवीसी (MRVC) द्वारा बनाई गई है। एमआरवीसी के माध्यम से पनवेल-कर्जत लोकल कॉरिडोर का काम धरातल पर दिखने लगा है। लोकल कॉरिडोर प्रोजेक्ट (Local Corridor Project) के तहत रेल फ्लाईओवर, आरओबी, पुणे एक्सप्रेस-वे आरयूबी और सुरंगों का काम शुरू हो गया है।

    एमआरवीसी के मुख्य प्रवक्ता सुनील उदासी के अनुसार,  प्रोजेक्ट के लिए पनवेल, खालापुर और कर्जत तालुका के 24 गांवों में कुल 56.4 हेक्टेयर निजी भूमि, जबकि 4.4 हेक्टेयर सरकारी और 9.18 हेक्टेयर वन जमीन लग रही है। कुल 46.30 हेक्टेयर निजी भूमि का अधिग्रहण किया गया है। सभी 24 गांवों के निजी भूमि मुआवजे का भुगतान कर दिया गया है। 4.4 हेक्टेयर सरकारी भूमि का भी अधिग्रहण हो गया है। परियोजना के लिए कुल 9.13 हेक्टेयर वन भूमि की आवश्यकता है। इन पर काम शुरू हो गया है। बताया गया कि प्रोजेक्ट का 15 प्रतिशत से ज्यादा काम हो गया है।

    29.6 किमी का कॉरिडोर

    29.6 किमी का यह लोकल रेल कॉरिडोर एमयूटीपी-3 के तहत निर्माणाधीन है। यह पनवेल-कर्जत के बीच नया उपनगरीय रेलवे कॉरिडोर (डबल लाइन) का होगा। वैसे पनवेल से कर्जत सिंगल ट्रैक है, जिसका उपयोग लंबी दूरी की ट्रेनों और मालगाड़ी के लिए होता है। फ़िलहाल सीधे कर्जत जाने के लिए लोकल यात्रियों को मेनलाइन के कल्याण से होकर जाना होता है। सड़क मार्ग से जाने के लिए काफी समय लगता है।

    इतने लोकल स्टेशन होंगे 

    पनवेल-कर्जत सवर्बन कॉरिडोर के बीच पनवेल, चिखले, मोहोपे, चौक और कर्जत ये 5 स्टेशन होंगे। चिखले, मोहापे, चौक और कर्जत स्टेशनों के निर्माण की निविदा जारी हो चुकी है। कॉरिडोर पर छोटे-बड़े 68 ब्रिज बनेंगे।

    अब तक 1009.18 करोड़ रुपए खर्च

    इस परियोजना पर 2,782 करोड़ रुपए खर्च का अनुमान है। अब तक 1009.18 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च हो चुके हैं। एमआरवीसी के अनुसार,  दो फ्लाईओवर, आठ बड़े और 36 छोटे ब्रिज, 15 आरयूबी, सात आरओबी और तीन टनेल बनाए जाएंगे। पांच स्टेशनों ( मोहोपे, चौक, कर्जत, चिखले और पनवेल स्टेशन) के सभी ईएसपी को मंजूरी मिल गई है। अर्थवर्क, माइनर और मेजर ब्रिज का काम चल रहा है। तीन सुरंगों (कुल लंबाई 3.12 किमी) के लिए निविदा जारी की गई है।

    तीन तालुकों से गुजरेगा

    यह लोकल कॉरिडोर पनवेल, खालापुर और कर्जत इन तीन तालुकों से होकर गुजरेगा। एमआरवीसी के मुख्य प्रवक्ता सुनील उदासी के अनुसार, प्रोजेक्ट का 15 प्रतिशत से ज्यादा काम हो चुका है। वित्तीय प्रगति 36 प्रतिशत हो गई है। सभी प्रोजेक्ट शीट्स, रेल फ्लाईओवर और तीन सुरंगों सहित अन्य कार्यों को सेंट्रल रेलवे द्वारा अनुमोदित किया गया हैं।

    बचेगा काफी समय

    पनवेल से कर्जत नया सवर्बन कॉरिडोर बनने से मुंबई और कर्जत के बीच लोकल यात्रा क़रीब 30 से 35  मिनिट का समय बचेगा। इसके अलावा 5वें उपनगरीय कॉरिडोर पर तेजी से विकास होगा। पनवेल से कर्जत सीधी लोकल सेवा शुरू होने पर लाखों लोगों को इसका लाभ होगा। खारकोपर से उरण के बीच मध्य रेलवे के चौथे लोकल कॉरिडोर का काम भी अंतिम चरण में है।