School
प्रतीकात्मक तस्वीर

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    मुंबई : मुंबई (Mumbai) सहित राज्य में स्कूल (School) शुरू होंगे या नहीं इसको लेकर सरकार (Government) पुनर्विचार (Rethink) कर रही है। सोमवार (Monday) को होने वाली कैबिनेट मीटिंग (Cabinet Meeting) में स्कूल को लेकर आखिरी निर्णय (Final Decision) लिया जाएगा।

    सूत्रों की माने तो यदि स्कूल शुरू करने की घोषणा भी होती है तो अंतिम निर्णय स्थानीय प्रशासन को लेना होगा। राज्य सरकार ने 1 दिसंबर से ग्रामीण क्षेत्रों में पहली से चौथी और शहर में पहली से सातवीं कक्षा की क्लास शुरू करने की घोषणा की है।  हालांकि, इस संबंध में अभी तक सरकार की ओर से कोई परिपत्रक नहीं निकाला गया है। ऐसे में जब तक जीआर नहीं निकलता तब तक स्कूल नहीं खुलेंगे। दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के कारण सरकार स्कूल शुरू करने को लेकर पुनर्विचार कर रही है।

    वहीं दूसरी ओर स्कूल शुरू करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने एसओपी बना कर स्थानीय प्रशासन को सौप दिया है। स्कूल शुरू करने से पहले और बाद में किन बातों का विशेष ध्यान रखना है इसका उल्लेख एसओपी में किया गया है। शिक्षक सरकारी आदेश का पालन करने के लिए जहां तैयार हैं, वहीं प्राथमिक कक्षा में पढ़ रहे विद्यार्थियों के अभिभावकों में अभी भी कोविड का डर है।

    राज्य में फिलहाल कोविड कंट्रोल में है

    महानगरपालिका शिक्षण अधिकारी राजू तड़वी ने बताया कि स्कूल शुरू करने को लेकर लगभग सभी तैयारी पूर्ण हो गई हैं, सोमवार को महानगरपालिका कमिश्नर इकबाल सिंह चहल के समक्ष प्रस्ताव पेश किया जाएगा। उसके बाद कमिश्नर ही निर्णय लेंगे कि स्कूल शुरू होंगे या नहीं। महानगरपालिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यदि महाराष्ट्र के अन्य शहरों में प्राथमिक स्कूल शुरू होते हैं, तो फिर मुंबई में भी स्कूल शुरू होंगे। नए वेरिएंट का खतरा बना हुआ है, लेकिन राज्य में फिलहाल कोविड कंट्रोल में है।

    मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखें

    स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाए गए एसओपी में विद्यार्थियों और शिक्षकों के मेन्टल हेल्थ पर ध्यान केंद्रित किया गया है। कोविड से निर्माण परिस्थिति के कारण यदि कोई शिक्षक और विद्यार्थी निराश और परेशान हैं, तो उसके काउंसिलिंग की व्यवस्था करें। इसके अलावा शिक्षक, विद्यार्थी और अन्य कर्मचारी एक दूसरे से बात कर मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखें।

    कुछ महत्वपूर्ण पॉइंट्स 

    • दो विद्यार्थियों के बीच 6 फिट का अंतर
    • स्कूल में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें
    • मास्क पहनना अनिर्वाय
    • तबियत ठीक नहीं तो स्कूल में प्रवेश वर्जित