मुंबई. बीडीडी चाल (BDD Chawl) में रहने वाले निवासियों के लिए राज्य सरकार ने घर के साथ अब स्टैंप ड्यूटी (Stamp Duty) में भी राहत देने पर विचार कर रही थी। गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड (Minister Jitendra Awhad) ने बीडीडी चाल निवासियों को आश्वासन दिया था कि उन्हें 500 वर्ग फुट का घर दिया जाएगा। 36 महीने के भीतर मूल निवासियों को उनके घरों की चाबी सौंप दी जाएगी। इसके साथ उन्हें स्टैंप ड्यूटी शुल्क के तौर पर केवल 1000 रुपए का भुगतान करना होगा। बुधवार को कैबिनेट ने इसे मंजूरी दे दी। बीडीडी चाल परियोजना के लिए म्हाडा (MHADA) को संचालन एजेंसी के रुप में नियुक्त किया गया है।
अभी हाल ही में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार की उपस्थिति में बीडीडी चाल पुनर्विकास परियोजना का उद्घाटन किया था। बीडीडी चाल पुनर्विकास परियोजना महाराष्ट्र सरकार की एक बहुत ही महत्वाकांक्षी परियोजना है। बीडीडी चाल पुनर्वास परियोजना एशिया की सबसे बड़ी पुनर्वास परियोजना है। 1921 से 1925 तक, औद्योगीकरण के कारण शहरी क्षेत्रों में आवास की भारी कमी हो गई थी। इसलिए मुंबई राज्य के तत्कालीन गवर्नर सर जॉर्ज लॉयड ने बॉम्बे डेवलपमेंट डिपार्टमेंट (बीडीडी) की स्थापना की और मुंबई शहर में आवास के लिए एक योजना तैयार की थी।
करीब 92 एकड़ जमीन पर बीडीडी चाल का निर्माण
इस योजना के तहत वर्ली, एन.एम. जोशी मार्ग, परेल, नायगांव और शिवड़ी में लगभग 92 एकड़ भूमि पर बीडीडी चाल स्थापित की गईं। इन चालों में मुख्य रूप से औद्योगिक और मिल मजदूर रहते थे। बीडीडी चाल की 100 वर्षों की ऐतिहासिक विरासत है। उस समय कुल 207 चालों का निर्माण किया गया था। कुल 15,584 फ्लैट निवासियों को दिए जाएंगे। सदियों पुरानी चाल आज जीर्ण-शीर्ण स्थिति में हैं, यही कारण है कि सरकार ने बीडीडी चालों के लिए पुनर्विकास परियोजना की योजना बनाई है। 160 वर्ग फुट के बहुउद्देश्यीय कमरे में पीढ़ियों से रह रहे हजारों निवासियों को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ 500 वर्ग फुट का फ्लैट मुफ्त मिलेगा। यह यहां के निवासियों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए सभी सुविधाओं से युक्त टाउनशिप बनाई जाएगी।
बीडीडी चाल पुनर्विकास परियोजना में 9 हजार 689 पुनर्वास फ्लैट
वर्ली में सबसे अधिक 121 चालों में 9,689 पुनर्वास फ्लैट (आवासीय 9394+अनिवासी295) का निर्माण वर्ली बीडीडी चाल पुनर्विकास परियोजना में किया जाएगा। इस परियोजना में ग्राउंड+40 मंजिलों के साथ 33 इमारतों का निर्माण किया जाएगा। अस्पताल, छात्रावास, स्कूल, जिमखाना आदि सुविधाओं के लिए अलग-अलग भवनों का निर्माण किया जाएगा।