Bullet Train Corridor

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    मुंबई: पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट अहमदाबाद-मुंबई  बुलेट ट्रेन परियोजना को रफ़्तार मिल रही है। 508.17 किमी लंबे बुलेट ट्रेन कॉरिडोर (Bullet Train Corridor) पर कई रिवर ब्रिज (River Bridge) आकार ले रहे हैं। बताया गया कि एमएएचएसआर कॉरिडोर (MAHSR Corridor) पर पहला रिवर ब्रिज 70 प्रतिशत से ज्यादा तैयार गया है। बुलेट ट्रेन प्रॉजेक्ट का 384.04 किमी हिस्सा गुजरात में,155.76 किमी हिस्सा महाराष्ट्र में और 4.3 किमी हिस्सा दादरा नगर हवेली (Dadra Nagar Haveli)  में है। गुजरात और दादरा और नगर हवेली में 352 किमी के लिए 100 प्रतिशत सिविल और ट्रैक का काम शुरू है।

    गुजरात-महाराष्ट्र सीमा के पास बलसाड़ में पार नदी पर पहले ब्रिज ने आकार ले लिया है। एनएचआरसीएल की मुख्य प्रवक्ता सुषमा गौड़ ने बताया कि नर्मदा, ताप्ती, माही और साबरमती जैसी महत्वपूर्ण नदियों पर पुल निर्माण का कार्य प्रगति पर है। पहले ब्रिज जिस पार नदी पर बन रहा है, उसकी चौड़ाई 320 मीटर है। इसमे 8 फुल स्पैन गर्डर्स (प्रत्येक 40 मीटर) के लगाए जा रहे हैं। पियर्स की ऊंचाई 14.9 से 20.9 मीटर है, जबकि गोलाकार पिएर्स का डायामीटर 4-5 मीटर है।

    गुजरात के आठ जिलों में चल रहा काम तेजी से चल रहा

    गुजरात के 8 जिलों में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का काम तेजी से चल रहा है। शत प्रतिशत जमीन अधिग्रहण के साथ एलिवेटेड कार्य शुरू है। नदियों पर पुल बनाए जा रहे हैं। यहां तक पटरियां बिछाने का काम भी शुरू हो गया है। गुजरात के आठ जिलों में एलाइनमेंट के साथ-साथ पाइलिंग, फ़ाउंडेशन, पियर, पियर कैप्‍स, वायडक्ट और स्टेशनों के लिए गर्डरों की कास्टिंग और इरेक्शन का कार्य तेजी से चल रहा है। वापी से साबरमती तक सभी आठ एचएसआर स्टेशनों पर कार्य निर्माण के विभिन्न चरणों में हैं। सूरत डिपो सभी 128 फाउंडेशन पूरे हो चुके हैं। सूरत और आनंद एचएसआर स्टेशनों पर प्रत्येक 50 मीटर के पहले रेल स्तर के स्लैब डाले गए हैं।

    बीकेसी से शिलफाटा तक सुरंग

    राज्य में सरकार बदलने के बाद काम में काफी तेजी आई है। महाराष्ट्र में  98.76% भूमि अधिग्रहण हो चुका है। बुलेट ट्रेन के लिए बीकेसी से ठाणे के शिलफाटा तक 21 किमी लम्बी सुरंग बनाई जाएगी। मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल के लिए टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) और न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (एनएटीएम) का उपयोग कर 7 किमी अंडर-सी टनल भी बनेगा। यह सुरंग जमीनी स्तर से करीब 25 से 65 मीटर गहरी होगी और सबसे गहरा निर्माण शिलफाटा के पास पारसिक पहाड़ी से 114 मीटर नीचे होगा। इसका काम जल्द ही शुरू होगा। बीकेसी में भूमिगत स्टेशन का काम शुरू होगा।

    अब डेडलाइन हुई 2027  

    2017 में शुरू हुई बुलेट ट्रेन परियोजना को 2023 तक पूरा करना था, लेकिन विभिन्न कारणों से इसकी डेडलाइन 2027 कर दी गई है। बुलेट ट्रेन के रास्ते में 12 स्टेशन होंगे, जिनमें से आठ गुजरात में, चार स्टेशन महाराष्ट्र में बनने हैं। एनएचआरसीएल अधिकारियों के अनुसार, शुरू में यह परियोजना 1.10 लाख करोड़ थी, परन्तु देरी के साथ लागत बढ़  रही है। परियोजना का तीन पैकेज में काम हो रहा है।

    मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन के बारे में  

    • कॉरिडोर की कुल लंबाई: 508.17 किमी
    • अधिकतम परिचालन गति: 320 किमी/घंटा

    स्टेशनों की संख्या: 12

    • गुजरात: में  आठ वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, वडोदरा, आणंद/नडियाद, अहमदाबाद और साबरमती
    • महाराष्ट्र में चार मुंबई (बीकेसी), ठाणे, विरार और बोइसर

    डिपो की संख्या:  तीन

    • गुजरात में सूरत और साबरमती, महाराष्ट्र में ठाणे