नई दिल्ली/मुंबई. जहां एक तरफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने बीते मंगलवार को मुसलामानों पर दिए बयान पर शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) भी लामबंद हो गया है। वहीं शिवसेना ने यह भी कहा है कि, इस तरह के बयानों से देश के टूटने की संभावना बढ़ेगी।
दरअसल बीते मंगलवार को ‘ऑर्गेनाइजर’ और ‘पांचजन्य’को दिये साक्षात्कार में भागवत ने कहा है कि हिन्दू हमारी पहचान, राष्ट्रीयता और सबको अपना मानने एवं साथ लेकर चलने की प्रवृति है और इस्लाम को देश में कोई खतरा नहीं है, लेकिन उसे ‘हम बड़े हैं’का भाव छोड़ना पड़ेगा।
संजय राउत का तंज
वहीं अब इस मामले पर आज शिवसेना के कद्दावर नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि, देश में 20 करोड़ से ज्यादा आबादी मुसलमानों की है। अगर चुनाव जीतने के लिए राजनीति करने के लिए आप बार-बार हिंदू मुसलमान करते रहेंगे तो देश फिर टूट जाएगा, फिर विभाजन की स्थिति पैदा होगी। आप लोगों के मन में डर पैदा करके आप ज्यादा दिन राजनीति नहीं कर सकते। अगर मोहन भागवत जी ने ये बात सामने रखी है तो BJP को इस पर गौर करना चाहिए।”
देश में 20 करोड़ से ज्यादा आबादी मुसलमानों की है। अगर चुनाव जीतने के लिए राजनीति करने के लिए आप बार-बार हिंदू मुसलमान करते रहेंगे तो देश फिर टूट जाएगा, फिर विभाजन की स्थिति पैदा होगी: RSS प्रमुख मोहन भागवत के मुस्लमानों पर दिए बयान पर शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के सांसद संजय राउत pic.twitter.com/ZFI8VgSn0T
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 11, 2023
क्या है मामला
गौरतलब है कि सरसंघचालक भगवत ने यह भी कहा था कि , “हिन्दुस्थान, हिन्दुस्थान बना रहे, सीधी सी बात है। इससे आज भारत में जो मुसलमान हैं, उन्हें कोई नुकसान नहीं है। वह हैं। रहना चाहते हैं, रहें। पूर्वज के पास वापस आना चाहते हैं, आएं। उनके मन पर है।” उन्होंने कहा था कि, “इस्लाम को कोई खतरा नहीं है, लेकिन हम बड़े हैं, हम एक समय राजा थे, हम फिर से राजा बने…यह छोड़ना पड़ेगा और किसी कोई भी छोड़ना पड़ेगा।”
इसके साथ ही, भागवत ने कहा “ऐसा सोचने वाला कोई हिन्दू है, उसे भी (यह भाव) छोड़ना पड़ेगा। कम्युनिस्ट है, उनको भी छोड़ना पड़ेगा।”जानकारी दें कि साक्षात्कार में सरसंघचालक भागवत ने LGBT समुदाय का भी समर्थन किया और कहा कि उनकी निजता का सम्मान किया जाना चाहिए और संघ इस विचार को प्रोत्साहित करेगा।