Eknath Shinde

    Loading

    मुंबई: दो तिहाई से अधिक विधायकों को तोड़ कर अपनी ही पार्टी के मुखिया उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को सीएम पद (CM Post) से हटने के लिए मजबूर करने वाले शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) महाराष्ट्र की राजनीति (Maharashtra Politics) के गेम चेंजर साबित हुए हैं। हिंदुत्व के मुद्दे पर एमवीए सरकार को धराशायी करने वाले एकनाथ शिंदे राज्य की राजनीति में फर्श से अर्श तक का सफ़र तय करने जा रहे हैं। बालासाहब ठाकरे और आनंद दिघे के विचारों से प्रेरित होकर कट्टर शिवसैनिक और शाखाप्रमुख से राजनीति की शुरुआत करने वाले एकनाथ शिंदे राज्य के मुख्यमंत्री बन गए हैं।

    10 दिन पहले शिवसेना के बागी मंत्रियों, विधायकों को लेकर सूरत से गुवाहाटी और फिर गोवा से मुंबई आकर सीधे मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने वाले एकनाथ शिंदे ने राज्य की राजनीति में बड़ा उलटफेर कर दिया है। पिछले एक सप्ताह के दौरान उद्धव ठाकरे के हर माइंड गेम को बदलने वाले एकनाथ शिंदे बीजेपी के समर्थन से अब सरकार चलाएंगे।

    चौंकाने वाला राजनीतिक सफ़र

    कट्टर शिवसैनिक से लेकर राज्य के मुख्यमंत्री पद तक पहुंचने वाले एकनाथ शिंदे का राजनीतिक सफ़र चौंकाने वाला रहा है। शिवसेना के इतिहास में सबसे बड़ी फूट के कर्णधार साबित हुए एकनाथ शिंदे उद्धव सरकार में नंबर-2 की पोजीशन तक पहुंच गए थे। हमेशा शांत सयंमी भुमिका में शिवसेना संगठन को ठाणे और आसपास के जिलों बढ़ाने वाले एकनाथ शिंदे राजनीतिक सफ़र चुनौतीपूर्ण रहा है।

    शाखा प्रमुख से मुख्यमंत्री तक का सफर

    9 फ़रवरी 1964 को जन्म लेने वाले एकनाथ संभाजी शिंदे ने 1980 के दशक में शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे और ठाणे शिवसेना जिला प्रमुख आनंद दिघे के विचारों से प्रभावित होकर राजनीति में प्रवेश किया। 1984 में एकनाथ शिंदे किसन नगर में शिवसेना के शाखा प्रमुख बने। शिंदे 1997 में पहली बार टीएमसी में नगरसेवक बने। 2001 में सभागृह नेता बनाए गए। तीन साल लगातार सभागृह नेता रहे।

    4 बार बने विधायक

    2004 में ठाणे विधानसभा से पहली बार विधायक, 2005 में शिवसेना के जिला प्रमुख बने, 2009 में दुबारा हिंदी भाषी बहुल कोपरी-पांचपखाडी से विधायक, 2014 में तीसरी बार विधायक और महाराष्ट्र विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता बने। उसके बाद देवेंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में एमएसआरडीसी का कार्यभार, जनवरी 2019 से राज्य के स्वास्थ्य मंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली। 2019 में चौथी बार विधायक बने और उलटफेर के बीच राज्य के उद्धव के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार में नगरविकास मंत्री की जिम्मेदारी संभाली।

    शिवसेना में बढ़ा प्रभाव

    नगरविकास और एमएसआरडीसी मंत्री बनने के बाद एकनाथ शिंदे का प्रभाव सत्ता और संगठन में भी बढ़ गया। उन्हें ठाणे के साथ गढ़चिरोली जिले के पालकमंत्री की जिम्मेदारी भी दी गई। उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे के अयोध्या दौरे का सारे नियोजन के साथ हाल ही में हुए यूपी विधानसभा चुनाव में भी शिंदे ने जिम्मेदारी निभाई थी। अपने आप को शिवसेना का ही कार्यकर्ता मानने वाले एकनाथ शिंदे को आनंद दिघे के बाद ठाणे जिले में शिवसेना को अधिक मजबूती प्रदान करने का श्रेय है। ठाणे में उन्हें लोकनाथ कहा जाता है। एकनाथ शिंदे के पुत्र डॉ. श्रीकांत शिंदे कल्याण से शिवसेना के सांसद हैं।