
-तारिक खान
मुंबई: शिवाजी नगर पुलिस (Shivaji Nagar Police) को रेहाना शेख नाम की ड्रग्स पैडलर (Drug Peddlers) की गिरफ्तारी के रूप में एक बड़ी कामयाबी मिली है। रेहाना गोवंडी (Govandi) और मानखुर्द (Mankhurd) इलाके की सबसे बड़ी और पुरानी करोड़पति ड्रग्स सप्लायर (Drugs Supplier) है। जो अपने रसूक का फायदा उठाकर हमेशा पुलिस के चंगुल से बच निकलती थी, लेकिन इस दफा वो पुलिस के हत्थे चढ़ गई। सहायक पुलिस निरीक्षक नवनाथ काले ने बताया कि रेहाना के साथ एक और महिला ड्रग्स पैडलर अफसरी गुलाम शेख को भी पकड़ा गया है। पुलिस ने दोनों के पास से 35 मोबाइल फ़ोन के साथ-साथ बड़ी मात्रा में लाखों रुपए के विभिन्न प्रकार के ड्रग्स बरामद किया है।
पुलिस के विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस सिंडिकेट में एक नगरसेवक का करीबी भी शामिल है, जो रेहाना का पार्टनर बताया जाता है और वो पुलिस के रडार पर है, सूत्रों की मानें तो पुलिस उसे जल्द गिरफ्तार कर सकती हैं।
ड्रग्स बेचकर कमाया करोड़ों रुपए
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, गोवंडी, शिवाजी नगर, मानखुर्द इलाके में सबसे अधिक नशे का कारोबार महिलाएं करती हैं। पिछले एक दशक से गोवंडी स्थित बैगनवाड़ी रोड क्रमांक-8 की रेहाना नियाज शेख (41) ड्रग्स बेचने का कारोबार कर रही है। बताया जाता है कि इसने युवकों को मौत बेचने में करोड़ों रुपए कमाया हैम। इसकी साथी अफसरी शेख भी गोवंडी इलाके की रहने वाली है।
पुलिस को मिली थी गुप्त सूचना
शिवाजी नगर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अर्जुन रजाने ने बताया कि हमें इस सिंडिकेट की तलाश काफी समय से थी। एक गुप्त सूचना मिलते ही पुलिस निरीक्षक युसूफ सौदागर, सहायक पुलिस निरीक्षक नवनाथ काले, पुलिस उप निरीक्षक (एटीसी) प्रशांत कांबले और पीएसआई प्रशांत हातिम ने जाल बिछाकर इन्हे रंगे हाथ ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक ड्रग्स के बढ़ते कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए स्थानीय लोगों को जागरूक होना पड़ेगा।
चोरी के फ़ोन से बेचते थे ड्रग्स
सहायक पुलिस निरीक्षक नवनाथ काले ने बताया कि रेहाना शेख कभी अपने मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल ड्रग्स कारोबार के लिए नहीं करती थी, बल्कि ड्रग्स बेचने और खरीदने के लिए यह चोरी के मोबाइल फोन का इस्तेमाल करती थी। इतना ही नहीं जिसने ड्रग्स खरीदने के बाद पेमेंट नहीं किया उसका फोन छीनकर उसके फ़ोन से अपना कारोबार करती थी। ताकि पुलिस उस तक नहीं पहुंच सकें। पुलिस इस सिंडिकेट की जांच कर रही है कि इस गैंग में कौन-कौन से लोग शामिल हैं।