CM Shinde nala safai vijit

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मुंबई: मानसून के पहले मुंबई (Mumbai) में चल रही नाला सफाई (Drain Cleaning) का जायजा लेने निकले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) ने बीएमसी (BMC) के अधिकारियों को आड़े हाथों लिया। गुरुवार को स्वयं सीएम शिंदे नाला सफाई कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि मीठी नदी और नालों की सफाई के कार्य में कोई कोताही न बरती जाए। सीएम शिंदे ने कहा कि मानसून (Monsoon) के मौसम में जल जमाव के चलते मुंबईकरों को परेशानी हुई तो अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बीएमसी कमिश्नर आई.एस. चहल और अन्य अधिकारियों के साथ सबसे पहले बांद्रा (पूर्व) इलाके में मीठी नदी पर पहुंचे। यहां नदी से गाद (कीचड़) निकालने का काम चल रहा था। सीएम ने बीकेसी के भरत नगर में वकोला नदी का भी निरीक्षण किया। उसके बाद दादर स्थित प्रमोद महाजन उद्यान में स्टोरेज टैंक का निर्माण, वर्ली में लवग्रोव उदंचन केंद्र का दौरा किया। सीएम ने कहा कि जो नाले समुद्र में जाकर गिरते हैं, उनकी जल वहन क्षमता बढ़ाने का कार्य किया जाए। इसके अलावा जल जमाव वाले क्षेत्रों का सर्वेक्षण कर तत्काल उपाय योजना की जानी चाहिए।

2,200 किमी लंबे नाले

सीएम ने कहा कि मुंबई में करीब 2,200 किमी लंबे नालों की अगर ठीक से गहरी सफाई कर दी जाए तो इस मानसून में मुंबईवासियों को जलभराव की समस्या से निजात मिल जाएगी।  मीट्रिक सिल्ट निकालने के बजाय नालों को सख्त चट्टान तक गहरा करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने बारिश के पानी को तेज गति से समुद्र में फेंकने वाले फ्लड गेट और पंपों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रेलवे बाउंड्री में नालों की ठीक से सफाई की जाए, ताकि रेलवे ट्रैक पर पानी जमा न हो। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अच्छा काम करने वाले अधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा, लेकिन लापरवाही बरतने वालों  के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पहली बार किसी सीएम ने लिया जायजा

गौरतलब है कि पहली बार महाराष्ट्र के किसी सीएम ने मुंबई में नाला सफाई का जायजा लिया है। दोपहर 3 बजे कड़ी धूप में निकले सीएम शिंदे ने तीन घंटे तक नाला सफाई कार्य का जायजा लेते हुए अधिकारियों को निर्देश देते रहे। उनके साथ मुंबई उपनगर के पालकमंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा, विधायक सदा सरवनकर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। इसे लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। उद्धव गुट ने नाला सफाई के नाम पर सिर्फ दिखावे का आरोप लगाया हैं।