मुंबई : मुंबई (Mumbai) में कोविड संक्रमण (Covid Infection) के बढ़ते मामलों को देखते हुए रेलवे स्टेशनों (Railway Station) पर विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए जा रहे हैं। कोरोना (Corona) के मामले में बेतहाशा बढ़ोतरी देखने को मिल रही है, वहीं लोकल ट्रेनों में भीड़ भी हो रही है। वैक्सीन की दोनों डोज लेने वालों को ही लोकल और अन्य सार्वजनिक परिवहन (Public Transport) में यात्रा की इजाजत दी गई है।
भारी भीड़ की वजह से लोकल ट्रेनों में सोशल डिस्टेंसिंग मुश्किल है। कोरोना नियमों के पालन को लेकर पश्चिम रेलवे पर आरपीएफ के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। सीपीआरओ सुमित ठाकुर ने बताया कि पश्चिम रेलवे अपनी ओर से यात्रियों को इस महामारी के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक सावधानियों के बारे में जागरूक करने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है।
भारी भीड़ को देखते हुए शोशल डिस्टेंसिंग असंभव
शहर की लाइफलाइन कही जाने वाली मुंबई की लोकल ट्रेनों में लाखों यात्री सफर करते हैं। आरपीएफ पश्चिम रेलवे के मुंबई मंडल के प्रमुख स्टेशनों पर यात्रा के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए जागरूक करने के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चला राह है। आरपीएफ स्टाफ द्वारा यात्रियों को मास्क के इस्तेमाल, हैंड सैनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में जागरूक किया जा रहा है। यात्रियों को विभिन्न गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से बैनर, पैम्पलेट और लाउड स्पीकर के माध्यम से इस विषय में जागरूक और शिक्षित किया जा रहा है। हालांकि भारी भीड़ को देखते हुए शोशल डिस्टेंसिंग असंभव है। यात्रियों से लगातार मास्क पहनने की अपील की जा रही है।
68 लाख यात्री
बताया गया कि मुंबई की लोकल ट्रेनों में रोजाना 68 लाख से अधिक लोग यात्रा कर रहे हैं। जिस तेज गति से कोरोना के मामले बढ़े हैं, उससे लोगों को भीड़ में जाने से मना किया जा रहा है, लेकिन लोकल में भारी भीड़ की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग के पालन असंभव हो रहा है। मध्य और पश्चिम रेलवे पर बिना मास्क के यात्रा करने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई भी हो रही है। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार अब तीसरी लहर का डर लोगों में कम हो गया है, हालांकि लोकल में भीड़ की वजह से कोरोना संक्रमण के और बढ़ने का खतरा बरकरार है।