मुंबई: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद महाराष्ट्र (Maharashtra) में एक बार फिर सत्ता संघर्ष शुरु हुआ है। गोपनीय रिपोर्ट लीक करने के मामले में सायबर पुलिस (Cyber Police) ने विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) को रविवार को हाजिर रहने के लिए नोटिस (Notice) दिया है। इस बीच, बीजेपी नेता किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) ने सीएम उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) पर निशाना साधते हुए कहा है कि अगला नंबर परिवहन मंत्री अनिल परब (Anil Parab) का है। ठाकरे सरकार के दो मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) और नवाब मलिक (Nawab Malik) जेल (Jail) में हैं। सोमैया के दावे से राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं।
बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने शनिवार को ट्वीट कर कहा है कि अब अनिल परब का नंबर लगेगा। अवैध, बेनामी रिसॉर्ट और रिसॉर्ट निर्माण के लिए जुटाए गए धन की जांच की जाएगी। भारत सरकार की तरफ से दापोली अदालत में एक शिकायत दर्ज कराई गई है। जिस पर 30 मार्च को सुनवाई होनी है।
आत्ता अनिल परब चा ही नंबर लागणार.
अनधिकृत, बेनामी रिसॉर्ट आणि रिसॉर्ट बांधकाम साठी आलेला पैसा….चौकशी होणार.
भारत सरकारने दापोली कोर्टात तक्रार दाखल केली आहे, ३० मार्च रोजी सुनावणी होणार @BJP4Maharashtra pic.twitter.com/OtvT2rTWBr
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) March 12, 2022
अनिल परब और यशवंत जाधव में पहले नंबर की स्पर्धा
बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने मुलुंड के नीलम नगर स्थित अपने आवास पर पत्रकरों से बातचीत में यह भी कहा कि पहले नंबर को लेकर परिवहन मंत्री अनिल परब और शिवसेना नेता यशवंत जाधव में स्पर्धा चल रही है। आयकर विभाग की जांच में यशवंत जाधव के संदर्भ में भी कई जानकारियां सामने आयी हैं। आयकर विभाग ने बीएमसी से 34 ठेकेदारों की विस्तृत जानकारी मांगी है। तीन अधिकारियों के नामों का उल्लेख किया गया है, उनका अध्ययन चल रहा है। ईडी और कंपनी मंत्रालय ने भी जांच में रुचि दिखाई है। जहां तक मेरी जानकारी है, कंपनी मंत्रालय की ओर से अगले सप्ताह जांच आदेश भी जारी किया जाएगा। ईडी ने भी अपनी स्टडी शुरू कर दी है, जिसका मतलब है कि दोनों में स्पर्धा चल रही है इसमें कौन आगे निकलता है।
मुख्यमंत्री की अड़चन समझ सकता हूं
किरीट सोमैया ने कहा है कि मैं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अड़चन को समझ सकता हूं। जेल जाने के बावजूद नवाब मलिक का इस्तीफा अभी तक नहीं लिया गया है। सरकार की भूमिका इस्तीफा लेने की की नहीं है क्योंकि 16 नेताओं के घोटाले साबित हो चुके हैं। यदि एक -एक कर सभी इस्तीफा देने लगेंगे तो सरकार गायब हो जाएगी।