मुंबई : महाराष्ट्र (Maharashtra) विधानमंडल (Legislature) के शीतकालीन (Winter) सत्र में सोमवार (Monday) को विधानसभा में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अपमान का मुद्दा गूंजा। कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि छत्तीसगढ़ में फर्जी बाबा कालीचरण ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान किया और इसे देश की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद महात्मा गांधी के अपमान की मुहिम शुरू हो गई है।
मलिक ने कहा कि यह प्रारंभिक सूचना है कि कालीचरण महाराज अकोला के रहने वाले हैं, इसलिए मैं राज्य के गृह मंत्री से इस बारे में मामला दर्ज कर बाबा की गिरफ्तारी की मांग करूंगा। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का वादा किया। बीजेपी के सीनियर नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि उनकी पार्टी भी राष्ट्रपिता गांधी के खिलाफ अभद्र भाषा के इस्तेमाल की कड़ी निंदा करते है। हालांकि, उन्होंने कैबिनेट मंत्री मलिक पर तंज कसते हुए कहा कि राज्य में उनकी सरकार है तो फिर कार्रवाई करने में देरी क्यों हो रही है। मुनगंटीवार ने पूछा की कालीचरण को अभी तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है।
अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते है
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि, अकोला निवासी कालीचरण बाबा ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के लिए बहुत ही निम्न स्तर की भाषा का प्रयोग कर उनका अपमान किया है। ऐसे में इस बाबा के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर तुरंत सजा दी जानी चाहिए। दुनिया भर के कई देश गांधी के विचारों को आदर्श मानते हैं और उसका पालन करते हैं, लेकिन यह निंदनीय है कि हमारे ही देश में कुछ लोग जानबूझकर उन्हें गलत तरीके से पेश करते हैं और उनके खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते है।