mmp shah women's college matunga

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    मुंबई: कर्नाटक (Karnataka) में कॉलेज में हिजाब (Hijab) के प्रतिबंध (Ban) का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ है कि मुंबई (Mumbai) में इसको लेकर विवाद शुरू हो गया है। मुंबई के एक कॉलेज ने बुर्का, हिजाब और घूंघट पर प्रतिबंध काफी पहले लगाया है। एसएनडीटी विश्वविद्यालय (SNDT University) के अंतर्गत आने वाले माटुंगा (Matunga) के एमएमपी शाह महिला कॉलेज (MMP Shah Women College) में बुर्का, घूंघट और दुपट्टा पहनना सख्त वर्जित है। इसका उल्लेख कॉलेज के नियमों में किया गया है। एसएनडीटी विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले मुंबई में यह केवल एक मात्र कॉलेज है जिसने इस तरह के नियमों को लागू कर रहा है।

    कॉलेज प्रशासन का कहना है कि कॉलेज के शिष्टाचार का पालन करने के लिए विद्यार्थियों को उचित कपड़े पहनकर कॉलेज में आना चाहिए। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. लीन राजे ने कहा कॉलेज प्रशासन  ने पिछले 10 वर्षों से हिजाब, बुर्का, घूंघट या दुपट्टा बैन लगाया हुआ है। कुछ साल पहले बुर्का पहने कुछ युवक कॉलेज में आए लड़कियों के साथ छेड़खानी की थी। उसके बाद कॉलेज प्रशासन विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया था। 

    निर्णय किसी धार्मिक मुद्दे से संबंधित नहीं 

    प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि निर्णय किसी धार्मिक मुद्दे से संबंधित नहीं था। प्रिंसिपल ने बताया कि कक्षा में बैठकर हम छात्राओं से बुर्का हटाने के लिए कहते हैं। इसका मकसद शिक्षिका और अन्य छात्रों के सामने छिपी हुई लड़की का चेहरा साफ करना है। छात्र कॉलेज से निकलने के बाद फिर से बुर्का पहन सकते हैं। हमने आज तक बुर्का पहनकर कॉलेज आने वाले छात्राओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। हम जाति और धर्म के आधार पर प्रवेश भी नहीं देते हैं।