मुंबई: कभी सात टापुओं का शहर रहे मुंबई (Mumbai) के तेज विस्तार के साथ सीमित जमीन को देखते हुए चार दशक पहले ही नवी मुंबई (Navi Mumbai,) का विस्तार किया गया, परंतु अब तीसरी मुंबई (Third Mumbai) की आवश्यकता को देखते हुई प्लानिंग शुरू की गई है। मुंबई से नवी मुंबई, रायगढ़ को समुद्र के रास्ते जोड़ने वाले मुंबई ट्रांसहार्बर लिंक (Mumbai Trans Harbor Link) शुरू हो जाने के बाद थर्ड मुंबई को भी आकार मिलने लगेगा। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, ‘नवी मुंबई एयरपोर्ट इन्फ्लुएंस नोटिफायड एरिया ‘(नैना इलाके) का डेवलपमेंट तीसरी मुंबई के रूप में तेजी से होगा।
मुंबई और नवी मुंबई के बाद एमटीएचएल से सटे रायगढ़ जिले के 270 गांवों से सटी जमीन सरकार ने पहले ही नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा प्रभावित क्षेत्र (नैना परिसर) घोषित किया था। पनवेल से खोपोली और पेन से कर्जत तक 6 तालुकों में लगभग 600 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में कई परियोजनाएं लाई जा रहीं हैं। उल्लेखनीय है कि नवी मुंबई लगभग 380 वर्ग किमी में फैली हुई है।
सभी संसाधन हैं उपलब्ध
मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक के अलावा, खारकोपर-उरण लोकल ट्रेन कॉरिडोर, पनवेल-कर्जत लोकल कॉरिडोर, मेट्रो, नवी मुंबई हवाई अड्डा आदि बड़े प्रोजेक्ट शुरू हैं। इसे देखते हुए विकासकों का ध्यान भी इन इलाकों पर गया है। जमीन, पानी, सड़क और बिजली किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं और ये संसाधन ‘नैना’ में उपलब्ध हैं।
विकास चतुर्भुज योजना
एमएमआरडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, मुंबई, नवी मुंबई, पुणे और अलीबाग को विकास चतुर्भुज के रूप में बनाने की प्लानिंग है। मुंबई भले ही शंघाई न बन पाए, परंतु नए क्षेत्रों को मिलाकर सिंगापुर, शंघाई जैसे सुनियोजित शहर की उम्मीद है। सिडको के अनुसार, नवी मुंबई हवाई अड्डे से जुड़ी कई कनेक्टिविटी परियोजनाओं पर कार्य शुरू हो गया है। मुंबई-पुणे एक्सप्रेस-वे, मुंबई-गोवा रोड, न्हावा शेवा सी लिंक इस क्षेत्र को विकास में सहायक हैं। नैना से कनेक्टिविटी के लिए एमटीएचएल, गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड, ठाणे-क्रीक ब्रिज के अलावा रोड और वाटर वे भी होगा। जिसमें एक जेटी हवाई अड्डे का हिस्सा होगा। यह जेट्टी मुंबई में भाऊचा धक्का से जुड़ेगी।
उपयुक्त क्षेत्र साबित होगा ‘नैना’
देश के जाने माने विकासक निरंजन हीरानंदानी के अनुसार, सरकार भी इंफ़्रा विकास के साथ हाउसिंग सेक्टर में अफोर्डेबिलिटी लाने का प्रयास कर रही है। ‘नैना’ इसके लिए उपयुक्त क्षेत्र साबित होगा। यहां पर्याप्त जमीन और इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध होने पर वाणिज्यिक के साथ गुणवत्तापूर्ण आवासीय नोड विकसित होंगे।
कई वाणिज्यिक केंद्र भी बन रहें हैं
एमटीएचएल और उरण-खारकोपर लोकल रेल लाइन अगले साल तक शुरू हो जाने पर विस्तार तेजी से होगा। इस क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, जेएनपीटी बंदरगाह विस्तार, मेट्रो, विशेष आर्थिक क्षेत्र, दिल्ली-जेएनपीटी कॉरिडोर, वसई-विरार कॉरिडोर जैसे वाणिज्यिक केंद्र भी बन रहें हैं। एमएमआरडीए अधिकारी के अनुसार सी लिंक से कनेक्ट होने पर क्षेत्र में बिजली, मनोरंजन, खेल, गृह निर्माण, सैकड़ों परियोजनाएं विकसित हो जाएंगी।