मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता अनिल देशमुख (Anil Deshmukh), नवाब मलिक (Nawab Malik) और शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों ( Money Laundering Cases) में गिरफ्तार किया है।
तीनों नेता आर्थर रोड जेल के तीन अलग-अलग बैरक में बंद हैं। जेल में बंद अन्य कैदियों की तरह उन्हें भी हर महीने 6000 रुपए का मनीआर्डर मिलता है। उस पैसे से वे जेल के अंदर जरूरी चीजें खरीद सकते हैं।
नवाब मलिक कैदी नंबर 4622
अनिल देशमुख, नवाब मलिक और संजय राउत को सुरक्षा कारणों से दूसरे कैदियों से अलग आर्थर रोड जेल में अलग-अलग सेल में रखा गया है। उनका कैदी नंबर 4622 है। हालांकि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 23 फरवरी को गिरफ्तार किए गए मलिक फिलहाल कुर्ला के क्रिटी केयर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हैं। उनका इस अस्पताल में पिछले 2 महीने से इलाज चल रहा है।
संजय राउत कैदी नंबर 8959
पत्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में एक अगस्त को ईडी ने संजय राउत को गिरफ्तार किया था। वह न्यायिक हिरासत में आर्थर रोड जेल में बंद हैं। उनका अंडर ट्रायल कैदी नंबर 8959 है। जेल प्रशासन की ओर से उनकी मांग के मुताबिक उन्हें नोटबुक और पेन दिए गए हैं।
पढ़ने के लिए लाइब्रेरी से लेते हैं किताबें
राउत पढ़ने के लिए जेल की लाइब्रेरी से किताबें लेते हैं। यदि वह कोई पुस्तक लिख भी दें, तो उनका लिखित कार्य कारागार की सीमा के भीतर रहेगा और बाहर नहीं जा सकेगा। राउत को घर का खाना और दवा भी मिल रहा है, क्योंकि मुंबई कोर्ट ने इसकी अनुमति दी है। वह 22 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में हैं।
अनिल देशमुख कैदी नंबर 2225
महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पिछले 9 महीने से आर्थर रोड जेल में बंद हैं। वह जेल में कैदी नंबर 2225 हैं। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के उनके खिलाफ लगाए गए जबरन वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में देशमुख को पिछले साल 1 नवंबर में गिरफ्तार किया गया था।
घर के खाने की इजाजत नहीं
नवाब मलिक और संजय राउत की तरह अदालत ने अनिल देशमुख को घर के बने खाने की इजाजत नहीं दी है। उन्हें जेल में ही खाना खाना पड़ रहा है। हालांकि उनके अलग बैरक में उन्हें बेड, कैरम और टीवी दिया गया है।