Bullet Train

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मुंबई: पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट ( PM Modi Dream Project) कही जाने वाली बुलेट ट्रेन परियोजना (Bullet Train Project) अब महाराष्ट्र (Maharashtra) में रफ्तार पकड़ रही हैं। बीकेसी (BKC) में बुलेट ट्रेन का अंडरग्राउंड टर्मिनल स्टेशन (Underground Terminal Station) बनाने की शुरुआत के साथ ठाणे और विरार में बनने वाले हाई स्पीड ट्रेन के रेलवे स्टेशनों को स्मार्ट प्रोजेक्ट के रूप में विकसित किए जाने की योजना है। 

महाराष्ट्र और गुजरात में बुलेट ट्रेन स्टेशनों के साथ उनके आसपास क्षेत्र का भी इकोनोमी जोन के रूप में विकास किया जाएगा। इसके लिए महाराष्ट्र में ठाणे और विरार और गुजरात में साबरमती और सूरत इन स्टेशनों का चयन किया गया है। ठाणे और विरार एचएसआर स्टेशन क्षेत्रों में ट्रांजिट ओरिएंटेड विकास के लिए योजना और मॉडल बुक तैयार किया गया है।

जापान इंटरनेशनल से समझौता

बुलेट ट्रेन के ठाणे सहित चार स्टेशनों और परिसर को परियोजना-स्मार्ट के तहत विकसित करने के लिए केंद्रीय शहरी एवं आवास मंत्रालय ने महाराष्ट्र और गुजरात सरकार के साथ मिलकर जापान इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन एजेंसी के साथ समझौता किया है। इस मामले में साईट विजिट और अन्य तैयारियों के पहले एमएमआरडीए में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में जेआईसीए और एनएचएसआरसीएल के साथ  आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय, एमएमआरडीए, एमआरवीसी, महाराष्ट्र सरकार, ठाणे महानगरपालिका, वसई महानगरपालिका, जापान दूतावास से संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

आर्थिक और सामाजिक संसाधनों का विकास

एमएमआरडीए कमिश्नर एसवीआर श्रीनिवास ने इस बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि भारत की पहली बुलेट ट्रेन का पहला स्टेशन बीकेसी में बन रहा है। इसके साथ हाई स्पीड रेल के ठाणे सहित अन्य स्टेशन से लास्ट माइल कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के साथ आसपास परिसर को आर्थिक और सामाजिक संसाधनों से सक्षम बनाया जाएगा। इसमें केंद्र और राज्य सरकार के साथ एमएमआरडीए की भुमिका होगी। गुजरात में साबरमती, सूरत और महाराष्ट्र में विरार और ठाणे इन चार हाई स्पीड रेलवे स्टेशनों के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस परियोजना से मुंबई के अलावा ठाणे, वसई, विरार, बोईसर, तारापुर, पालघर और उत्तर महाराष्ट्र के अन्य स्थानों के नागरिकों और उद्योगों को लाभ होगा।

क्या है प्रोजेक्ट स्मार्ट योजना 

प्रोजेक्ट स्मार्ट योजना के तहत चयनित चार स्टेशनों के आसपास के क्षेत्र का विकास और प्रबंधन कर आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय और जापान इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन फंड और अन्य तकनीक उपलब्ध कराएगा। उल्लेखनीय है कि अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना पर 1.08 लाख करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। 508 किमी की दूरी वाली बुलेट ट्रेन परियोजना में 12 स्टेशन हैं और इसकी प्रस्तावित गति लगभग 320 से 350 किमी प्रति घंटा होगी। गुजरात में काम तेजी से चल रहा है। महाराष्ट्र में भी शुरुआत हो चुकी है। 12 स्टेशनों में से 4 स्टेशन महाराष्ट्र में बीकेसी, ठाणे, विरार और बोईसर में स्थित हैं, जिनकी दूरी 156 किमी है।