मुंबई: शिवसेना (Shiv Sena) से प्रवक्ता संजय राउत (Sanjay Raut) और कोल्हापुर के जिला अध्यक्ष संजय पवार (Sanjay Pawar) का राज्यसभा (Rajya Sabha) में जाना तय दिखाई दे रहा है। संजय राउत ने बुधवार को मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। इस मुलाकात में उद्धव ने पार्टी की ओर से इन दोनों उम्मीदवारों के नामांकन पर मुहर लगा दी। सूत्रों के मुताबिक़, संजय राउत और संजय पवार गुरुवार को राज्यसभा चुनाव के लिए अपना पर्चा दाखिल करेंगे। महाराष्ट्र में राज्यसभा की 6 सीटों के लिए हो रहे चुनाव में शिवसेना ने अपने दो उम्मीदवारों को उतारने का फैसला किया है।
इससे पहले एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने छठे सीट के लिए आघाडी की तरफ से निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाले मराठा नेता संभाजी राजे को समर्थन देने की बात कही थी। हालांकि इसके बाद शिवसेना ने समर्थन के लिए राजे को अपनी पार्टी में शामिल होने का ऑफर दिया था, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इंकार कर दिया। इसके बाद शिवसेना ने दूसरे उम्मीदवार के रूप में संजय पवार को मैदान में उतारने का ऐलान कर दिया।
शिवसेना ने दिया धोखा
मराठा नेता संभाजी राजे ने शिवसेना से समर्थन न मिलने पर अपनी भड़ास निकाली है। उन्होंने कहा कि शिवसेना ने मेरे साथ बड़ा धोखा किया है। उन्होंने कहा कि पहले शिवसेना ने मुझे आश्वासन दिया था कि छठे उम्मीदवार के रूप में मेरे नाम की घोषणा की जाएगी। पिछले सप्ताह मैंने शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी। मुझे विश्वास था कि उद्धव ठाकरे शिवाजी महाराज के परिवार के प्रति सम्मान जरूर दिखाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। शिवसेना से भले ही संभाजी को समर्थन नहीं मिल पाया हो लेकिन अब राज ठाकरे की पार्टी मनसे ने उन्हें समर्थन देने का ऐलान किया है। हालांकि महाराष्ट्र विधानसभा में मनसे का सिर्फ एक विधायक है।
शिवसेना ने नहीं दिया धोखा
वहीं, शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि संभाजी राजे को शिवसेना की तरफ से पार्टी में शामिल होने का ऑफर दिया गया था, ताकि हम उन्हें छठी सीट के लिए अपना उम्मीदवार घोषित कर सकें, लेकिन उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है। ऐसे में शिवसेना द्वारा धोखा देने का कोई सवाल ही नहीं खड़ा होता है।