Vertical Gardens
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    मुंबई: मुंबई (Mumbai) में बढ़ती जनसंख्या और कम होती हरियाली के कारण ऑक्सीजन (Oxygen) का स्तर भी कम हो रहा है।  यहां चल रहे कई प्रोजेक्ट के कारण भी पेड़ों की कटाई करनी पड़ती है, जिससे पर्यावरण (Environment) को और अधिक नुकसान पहुंच रहा है।  इस कमी को दूर करने के लिए राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे (Minister Aaditya Thackeray )लंबे समय से काम कर रहे हैं। आदित्य ठाकरे के निर्देश पर बीएमसी (BMC) ने तैयार किए गए नये मसौदे को मंजूरी दे दी है। 

    इस मसौदे के अनुसार, 2000 वर्गफुट से अधिक क्षेत्रफल वाली इमारतों में टेरेस और वर्टिकल गार्डन (Vertical Gardens) अनिवार्य होगा।  इससे पर्यावरण को होने वाली हानि रुकने के साथ मुंबई हरियाली भी दिखेगी। 

    पर्यावरण को नुकसान से बचाने का प्रयास

    आदित्य ठाकरे मुंबई में हो रहे पर्यावरण के नुकसान को रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।  ठाकरे मुंबई में पर्यावरण को प्रमुखता दे रहे हैं।  अंतरराष्ट्रीय स्तर का शहर होने के कारण मुंबई को पर्यावरण के अनुकूल रहने लायक शहर बनाने की कोशिश की जा रही है।  आदित्य ठाकरे के निर्देश पर मुंबई महानगरपालिका, बीएमसी कमिश्नर, उद्यान विभाग के अधिकारी काम कर रहे हैं।  इसी के तहत मुंबई में 2000 वर्गफुट क्षेत्रफल से अधिक भूखंड वाली इमारतों में टेरेस और वर्टिकल गार्डेन को अनिवार्य करने का मसौदा मंजूर कर लिया है। जगह की कमी के कारण जिन स्थानों पर नागरिकों, बच्चों को उद्यान से वंचित होना पड़ रहा है वहां इमारतों में बने टेरेस गार्डन इसकी पूर्ति करेंगे। 

    ध्वनि और वायु प्रदूषण कम करने पर जोर

    मुंबई की बड़ी इमारतों में टेरेस के अलावा बहुत खाली जगह रहती है जिसमें गार्डन बनाया जा सकता है।  इससे तापमान बढ़ने की समस्या भी कुछ हद तक कम होगी। बड़ी इमारतों के निर्माण के समय ही बिल्ड़रों को टेरेस और वर्टिकल गार्डन बनाना अनिवार्य होने वाला है।  इमारतों के निर्माण कार्य के समय हरियाली युक्त वर्टिकल गार्डन, पोडियम गार्डन, बॉयोवाल भी बनाना अनिवार्य किया जाएगा।  इमारतों की दीवारों, ब्रिज के नीचे उद्यान की परिकल्पना से ध्वनि और वायु प्रदूषण को भी कम किया जा सकता है।  इससे मुंबई की सुंदरता में भी निखार आएगा। 

    हमारे द्वारा भेजे गए इस प्रस्ताव को बीएमसी कमिश्नर ने मंजूरी दे दी है। अब इस प्रस्ताव को बीएमसी के विकास नियोजन विभाग (डेवलपमेंट प्लान) महाराष्ट्र चेंबर ऑफ हाऊसिंग इंडस्ट्री और नेशनल रियल इस्टेट डेवलपमेंट कौंसिल संस्था के पास भेजा है। इनसे चर्चा के बाद इस प्रस्ताव को अंतिम प्रारुप दिया जाएगा।

    -जितेंद्र परदेशी, उद्यान अधीक्षक, बीएमसी

    क्या है प्रस्तावित मसौदा

    • 2000 से अधिक बड़े क्षेत्रफल वाले भूखंडों टेरेस गार्डन तैयार करने
    • टेरेस गार्डन में हरियाली को बनाए रखने के लिए सिंचाई की व्यवस्था बनाए रखना
    • इमारत का निर्माण कार्य शुरु होने के साथ सड़क के बगल में ध्वनि प्रदूषण कम करने के लिए वर्टिकल गार्डन तैयार करना
    • बड़े निर्माण परियोजनाओं में देशी वृक्षों से पोडियम तैयार करने
    • वक्षों के वृद्धि और हिरयाली के लिए जरुरी मिट्टी व आवश्यक जगह उपलब्ध कराने
    • उद्यान से पानी निकासी की व्यवस्था करना प्रमुख रुप से इस नीति में शामिल है