Vande Bharat faccing
File (Pic)

    Loading

    मुंबई: मुंबई से साईंनगर शिर्डी (Mumbai to Sainagar Shirdi) और सोलापुर (Solapur) के लिए शुरू हुईं सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत के रूट (Vande Bharat Route) पर वाल फेंसिंग (Wall Fencing) किए जाने की आवश्यकता जताई जा रही है। पश्चिम रेलवे के मुंबई-अहमदाबाद के बीच चल रही वंदे भारत ट्रेन के रूट पर कैटल रन रोकने के लिए पूरे रूट पर मेटल गार्ड फैंसिंग का कार्य शुरू किया गया है। मध्य रेलवे पर भी 12 फरवरी से एक साथ दो वंदे भारत ट्रेनें नासिक और पुणे रूट से चलाई जा रहीं हैं।

    बताया गया कि पश्चिम रेलवे की तरह ही मध्य रेलवे पर वाल फेंसिंग से कल्याण के आगे केटल रन रोकने के अलावा मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेनों के संचालन पर भी असर होगा। गौरतलब है कि उपनगरों में बड़े पैमाने पर ट्रेसपासिंग होती है। मुंबई उपनगरीय खंड एमएमआर में बीते साल (2022) में 1,118 लोगों की मौत रेल पटरियां पार करते हुए हो गई। मध्य रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, ट्रेस पासिंग की वजह से भी लोकल और अन्य ट्रेनों के संचालन में देरी होती है। कल्याण के आगे कर्जत और कसारा रूट पर वाल फेसिंग की आवश्यकता है।

    घाट पर आवश्यकता नहीं

    वैसे वंदे भारत के रूट के दौरान पड़ने वाले वाले कसारा और खंडाला घाट पर वाल फेसिंग की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यहां केटल रन या ट्रेस पासिंग की संभावना न के बराबर है, परंतु आगे मैदानी इलाके में ट्रैक पार करते वक्त कई दुर्घटना होती रहती है। पश्चिम रेलवे पर वंदे भारत ट्रेन के साथ लगातार कैटल रन ओवर की घटनाएं हो रही हैं। अब तक 5 बार वन्दे भारत आवारा पशुओं से टकरा चुकी है, हालांकि इससे यात्रियों का कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन ट्रेन के संचालन पर असर हुआ। इसे देखते हुए इस रूट पर कैटल रन ओवर की घटनाओं को रोकने के लिए 264 करोड़ रुपए खर्च कर 600 किमी लंबी मेटल की फैंसिंग वाल बनाने का निर्णय लिया गया है।