
मुंबई: वर्सोवा (Versova) से घाटकोपर (Ghatkopar) के बीच चलने वाली मुंबई (Mumbai) की पहली मेट्रो (First Metro) पर बीएमसी (BMC) की गाज गिरनी शुरू हो गई है। वर्ष 2013 से अब तक 117.62 करोड़ रुपए का बकाया संपत्ति कर (Property Tax) न चुकाए जाने के मामले में बीएमसी ने सीधे कार्रवाई शुरू कर दी है। गुरुवार को बीएमसी के अधिकारी मुंबई मेट्रो के प्रशासनिक कार्यालय सहित डीएन नगर और अंधेरी वेस्ट में मेट्रो स्टेशनों पर पानी की आपूर्ति काटने पहुंचे थे।
बीएमसी के सहायक आयुक्त विश्वास मोते के अनुसार, मेट्रो प्रशासन ने दो दिन की मोहलत मांगी है। बताया गया कि बीएमसी प्रशासन ने इससे पहले मुंबई मेट्रो 1 की 11 संपत्तियों को नोटिस भेजा था। इसमें 8 मेट्रो स्टेशन भी शामिल हैं। अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर द्वारा संचालित मुंबई मेट्रो 1 पर 117.62 करोड़ रुपए का संपत्ति कर बकाया है। इसके पहले कई बार नोटिस देकर 21 दिनों के भीतर बकाया भुगतान का निर्देश दिया गया था।
मेट्रो के 8 स्टेशनों को नोटिस
मेट्रो की जिन संपत्तियों को संपत्ति कर की वसूली के लिए नोटिस जारी किया गया है, उनमें आजाद नगर मेट्रो स्टेशन, डीएन नगर ,वर्सोवा, एलआईसी, अंधेरी, वेस्टर्न एक्सप्रेस वे, जेबी नगर, एयरपोर्ट रोड और मरोल मेट्रो स्टेशन शामिल हैं। इसके बाद भी टैक्स नहीं देने पर सीवर काटने और संपत्ति को जब्त कर नीलाम करने की चेतावनी दी गई है।
कर भरने को लेकर विवाद
अधिकारियों के अनुसार, संपत्ति कर के भुगतान को लेकर एमएमआरडीए और एमएमओपीएल के बीच विवाद भी चल रहा है। इस बीच रिलायंस ने भी मेट्रो 1 से अपना हक़ छोड़ने के लिए 2500 करोड़ से ज्यादा के मुआवजे का प्रस्ताव दिया है। मुंबई में पहली बार मेट्रो 1 की शुरुआत वर्ष 2013 में हुई थी। मेट्रो 1 से रोजाना 4 से 5 लाख लोग यात्रा करते रहे हैं, हालांकि कोरोनाकाल के दौरान यह संख्या कम हो गई थी।