मुंबई: विश्वस्तरीय अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग कर मुंबई पुणे एक्सप्रेस-वे (Mumbai-Pune Expressway) पर विश्व की सबसे चौड़ी सुरंग का निर्माण किया जा रहा है। मिसिंग लिंक के तहत शुरू इस पायलट प्रोजेक्ट (Pilot Project) के पूरा होने पर मुंबई-पुणे के बीच दूरी और भी कम हो जाएगी। गुरुवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) ने लोनावला के पास कार्यस्थल का दौरा किया। इस दौरान एमपी श्रीरंग बारणे, एमएसआरडीसी के एमडी राधेश्याम मोपलवार, कलेक्टर डॉ. राजेश देशमुख, पुलिस कमिश्नक अंकुश शिंदे, एमएसआरडीसी के अधिक्षक अभियंता राहुल वसईकर आदि अधिकारी उपस्थित थे। सीएम शिंदे ने कहा कि मुंबई-पुणे एक्सप्रेस-वे मिसिंग लिंक प्रोजेक्ट को दिसंबर 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश की इस पायलट परियोजना से लाखों यात्रियों को लाभ होगा।
अत्यधिक चुनौतीपूर्ण मानी जाने वाली इस सुरंग की लंबाई आठ किमी और चौड़ाई 23.75 मीटर है। सुरंग लोनावाला झील तल से लगभग 500 से 600 फीट की ऊंचाई पर है। दुनिया की लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर बनने वाली यह न केवल देश में बल्कि दुनिया में भी सबसे चौड़ी सुरंग हैं।
आधे घंटे कम होगी दूरी
मिसिंग लिंक परियोजना से मुंबई पुणे की दूरी आधे घंटे कम हो जाएगी। इस परियोजना का हवाई मार्ग से भी जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि इस सुरंग के बनने से घाट क्षेत्र पूरी तरह से टल जाएगा। हादसों की संख्या में कमी के साथ ट्रैफिक जाम और प्रदूषण भी कम होगा। सुरंग में पत्थर गिरने से बचाने के लिए जगह-जगह रॉक बोल्ट बनाए गए हैं। आपात स्थिति में प्रत्येक 300 मीटर पर निकास मार्ग हैं। सुरंग की दीवार पर 5 मीटर का फायर प्रूफ लेप लगाया जाएगा। इसके अलावा अत्याधुनिक हाई प्रेशर वॉटर मिक्स सिस्टम है, इसलिए आग लगने पर यह सिस्टम तुरंत सक्रिय हो जाएगा। अधीक्षक अभियंता वसईकर ने मुख्यमंत्री को प्रोजेक्ट की गति को लेकर अवगत कराया।
ऐसा है ‘मिसिंग लिंक’ प्रोजेक्ट
- ‘मिसिंग लिंक’ के तहत मुंबई पुणे एक्सप्रेस-वे की क्षमता को लोनावला (सिंहगढ़ इंस्टीट्यूट) से खालापुर टोल नाके तक बढ़ाया जा रहा है।
- इसका लगभग 5.86 किमी का काम पूरा हो गया है। खोपोली इंटरचेंज तक 3 बड़े पुल, छोटे पुल, पाइप, बॉक्स पुलिया का 90 प्रतिशत काम पूरा हो गया है।
- वायाडक्ट नंबर 1 में 900 मीटर लंबाई के दो समानांतर पुल हैं। बाईं ओर डेस्क स्लैब और दाईं ओर घाट का निर्माण प्रगति पर है। बाईं ओर दिसंबर 2022 तक और दाहिनी ओर मार्च 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है।
- वायाडक्ट नं 2 पर 650 मीटर लंबा दो समानांतर केबल स्टे ब्रिज का काम तेजी से चल रहा है। यह पुल सबसे अधिक ऊंचाई वाले पुलों में से एक है।
- दो समानांतर सुरंगों में से कुल 8 हजार 776 मीटर (मुंबई की ओर) में से 7 हजार 696 मीटर (मुंबई की ओर) की खुदाई पूरी हो चुकी है और बाईं सुरंग की खुदाई 7 हजार 529 मीटर (पुणे की ओर) पूरी हो चुकी है। कुल 8 हजार 822 मीटर में सुरंगों की चौड़ाई 23 मीटर है और यह एशिया की सबसे चौड़ी सुरंग होगी। मुंबई और पुणे की ओर जाने वाली दोनों सुरंगों को हर 300 मीटर की दूरी पर क्रॉस पैसेज के जरिए एक-दूसरे से जोड़ा जा रहा है।
- कुसगांव में डायवर्जन रोड कुसगांव टनल नंबर 2 के एग्जिट पर मौजूदा एक्सप्रेस-वे डायवर्जन रूट का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। बाईं ओर का 3 काम नवंबर 2022 तक और राइट साइड का काम दिसंबर 2022 तक पूरा किया जाना है।
टोल नाके का विस्तार
टोल नाके पर वाहनों की लाइन खत्म करने इसका विस्तार हो रहा है। फिलहाल दोनों तरफ 8 की जगह 17 रोड टैक्स बूथ शुरू किए जाएंगे।