मुंबई: मुम्बई का लगभग150 साल पहले बने कर्नाक रोड ओवर ब्रिज (Carnac Road Over Bridge) के ध्वस्त (demolition) करने का एक वीडियो (video) सुबह आया है। अब यह पुल इतिहास बन जाएगा। वीडियो में देखा जा सकता है कि कितनी तेजी से सैकड़ों वर्कर काम कर रहे हैं। मध्य रेलवे ने 27 घंटे का मेगा ब्लॉक (mega block) की घोषणा की है। आज यानी रविवार को सेंट्रल रेलवे से सफर करने वाले यात्री काफी परेशान हो रहे हैं। ज्यादातर ट्रेने दादर स्टेशन तक ही जा रही हैं। ब्रिज का काम रात 11 बजे से शुरू है। सैकड़ों वर्कर और मशीनों की मदद से यह काम तेजी से किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार मध्य रेलवे ब्रिटिश काल के कर्नाक पुल को ढहाने के लिए दक्षिण मुंबई में मस्जिद बंदर स्टेशन और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) के बीच शनिवार रात से 27 घंटे के लिए मार्ग को बंद किया गया है। मध्य रेलवे की एक विज्ञप्ति में कहा गया कि19 नवंबर की रात 11 बजे से 21 नवंबर दोपहर दो बजे तक मार्ग बंद रहेगा, जिसके कारण उपनगरीय और एक्सप्रेस रेलगाड़ियों के आवागमन कार्यक्रम पर असर पड़ेगा।
#WATCH | Mumbai: Morning visuals of dismantling of Carnac Road Over Bridge, built nearly 150 years ago; the Central Railway conducts a 27-hour mega block which started last night for the same pic.twitter.com/wlO8xa2CDt
— ANI (@ANI) November 20, 2022
बता दें कि यह रेल लाइन बंद रहने से लोकल ट्रेन से रोजाना सफर करने वाले 37 लाख से अधिक यात्रियों के साथ-साथ अन्य रेलगाड़ियों से यात्रा करने वाले लोग भी प्रभावित होंगे। मध्य रेलवे के मुंबई उपनगरीय नेटवर्क पर 1,800 से अधिक लोकल ट्रेन सेवाएं संचालित होती हैं। रेल अधिकारियों ने बताया कि यह पुल 1866-67 में बनाया गया था और 2018 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई की एक विशेषज्ञ टीम ने इसे असुरक्षित घोषित कर दिया था, लेकिन इस पर 2014 में ही भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई थी।
गौरतलब है कि पुल को गिराने के लिए सीएसएमटी और मस्जिद स्टेशन के बीच छह रेलवे लाइनों को ब्लॉक किया गया है। बता दें कि मध्य रेलवे के मुंबई उपनगरीय नेटवर्क पर लगभग 1800 से ज्यादा लोकल ट्रेन चलती हैं। ये ट्रेनें दक्षिण मुंबई में सीएसएमटी से होकर गुजरती हैं। इसमें हार्बर लाइन और मेन लाइन शामिल है। एक अनुमान के अनुसार इस विशेष ब्लॉक की वजह से मध्य रेलवे की उपनगरीय ट्रेनों के साथ बाहरी ट्रेनों से यात्रा करने वाले करीब 37 लाख से अधिक यात्री प्रभावित होंगे।