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    नागपुर. आंध्र प्रदेश से कार में तस्करी कर दिल्ली ले जाया जा रहा 107 किलो गांजा क्राइम ब्रांच की नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) टीम ने पकड़ा. गोपनीय जानकारी के आधार पर पुलिस ने जबलपुर हाईवे पर जाल बिछाकर कार की तलाशी ली. जांच करने पर माल बरामद हुआ. पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए आरोपियों में जहांगीरपुरी,दिल्ली निवासी भूरा नन्हे मलिक (28) और विकासकुमार जयप्रकाश सिंह (27) का समावेश हैं.

    पुलिस को जानकारी मिली थी कि विशाखापट्टनम से कुछ लोग सफेद रंग की कार में गांजा तस्करी कर दिल्ली जा रहे हैं. आरोपी नागपुर के रास्ते जाने वाले है. खबर के आधार पर इंस्पेक्टर मनोज सिडाम के नेतृत्व में जबलपुर हाईवे आउटर रिंग रोड पर जाल बिछाया. कार का नंबर पुलिस को पहले ही मिल गया था. पुलिस ने संदिग्ध कार को रोककर तलाशी ली.

    पहले तो कुछ नहीं मिला लेकिन बारीकी से जांच करने पर सीट के पीछे एक अलग पैनल तैयार किया गया था. पुलिस ने पैनल खोला तो गांजे की बोरियां दिखाई दी. वजन करने पर 16.10 लाख रुपये का 107 किलो गांजा बरामद हुआ.आरोपियों से मोबाइल और कार सहित कुल 20.21 लाख रुपये का माल जब्त किया गया. पुलिस के अनुसार दोनों आरोपी केवल प्यादे है. उनके आका दिल्ली में गांजे का व्यापार करते हैं. 

    ग्वालियर में छोड़नी थी कार 

    दोनों को बताया गया था कि विशाखापट्टनम से एक कार लेकर आना है. ग्वालियर के पास उन्हें कोई फोन करने वाला था. गाड़ी उसके हाथ में सौंपकर वापस जहांगीरपुरी लौट जाना था. हालांकि आरोपियों की बात पर पुलिस को विश्वास नहीं है. इसके पहले भी बेलतरोड़ी पुलिस ने विशाखापट्टनम से दिल्ली जाने वाला गांजा पकड़ा था लेकिन मामले की तह तक नहीं पहुंच पाई. न तो माल भेजने वाले का और न माल खरीदने वाले का कुछ पता चला.

    यह कार्रवाई डीसीपी अक्षय शिंदे और एसीपी रोशन पंडित के मार्गदर्शन में इंस्पेक्टर मनोज सिडाम, एपीआई सूरज सुरोशे, बद्रीनारायण तांबे, हेड कांस्टेबल प्रमोद धोटे, प्रदीप पवार, राजेश देशमुख, नामदेव टेकाम, समाधान गीते, कांस्टेबल विनोद गायकवाड़, विवेक अढ़ाउ, सूरज भानावत, नितिन मिश्रा, अश्विन मांगे, समीर शेख, सहदेव चिखले, राहुल पाटिल और रुबिना शेख ने की.