RTE Admission

  • अब तक 50% ही आवेदनों का हुआ सत्यापन

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नागपुर. जिले के प्राइवेट स्कूलों में आरटीई के तहत होने वाली प्रवेश प्रक्रियाओं की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग की जा रही है. कारण है अब तक केवल 50% आवेदन का ही सत्यापन किया जाना. वहीं पैरेंट्स को जानकारी नहीं होने के कारण भी यह समस्या आ रही है जिससे वे स्कूल तक एडमिशन लेने के लिए नहीं पहुंच पा रहे हैं. जिले में आरटीई के तहत प्राइवेट स्कूलों में काफी सीटें अब तक नहीं भर पाई हैं. बताया जा रहा है कि जिले के विभिन्न प्राइवेट स्कूलों में आरटीई की 5,611 सीटों में से अब तक २,७९२ प्रोविजनल एडमिशन हुए हैं. लेकिन 2,819 सीटें आज भी रिक्त हैं. ऐसे में पैरेंट्स मांग कर रहे हैं कि प्रवेश की तारीख को और आगे बढ़ाया जाए.  अभी आरटीई के तहत प्रवेश की अंतिम तारीख 30 जून निर्धारित है लेकिन इतने कम समय में आरटीई की सीटें नहीं भर सकेंगी.

स्कूलों ने नहीं भेजा संदेश

आवेदन के सत्यापन के लिए कम पालकों के आने के पीछे एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि कई स्कूलों ने आवेदन जमा करने के बाद उन्हें आवेदन के सत्यापन के लिए दस्तावेज जमा कराने की सूचना नहीं दी. पालकों का भी कहना है कि हमें बताया ही नहीं गया कि दस्तावेजों को स्कूलों में जमा करना है. इसके कारण कई पैरेंट्स अब तक स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं.

हर साल रह जाती है सीट खाली

नि:शुल्क शिक्षा के अधिकार के तहत कई पैरेंट्स जानकारी के अभाव में अपने बच्चों को एडमिशन प्राइवेट स्कूलों में नहीं करा पाते हैं. वहीं कुछ पैरेंट्स नियमों के पेंच में फंसकर रह जाते हैं जिससे उनके बच्चों को आरटीई की सीटों में एडमिशन नहीं मिल पाता है. हर साल सैकड़ों सीटें इसी तरह खाली रह जाती हैं. बाद में इन सीटों को सामान्य कर दूसरों बच्चों को एडमिशन दिया जाता है जिसकी फीस भी अच्छी खासी ली जाती है. 

नियमों के पेंच में फंस रहे पैरेंट्स

आरटीई की सीटों पर हर साल शत-प्रतिशत प्रवेश न होने के कारण ये भी है कि कई पैरेंट्स नियमों के पेंच में फंस जाते हैं. कई तो पहले ही स्कूल से घर की दूरी के दायरे से बाहर हो जाते हैं. वहीं जिनके आवेदन सिलेक्ट होते हैं उनमें कई पैरेंट्स के पास जरूरी दस्तावेज नहीं होते. जिनके पास ये सब होते हैं फिर भी उन्हें सही समय पर संपर्क कर बुलाया नहीं जाता है जिससे उन्हें अंतिम समय में काफी दौड़भाग कर स्कूलों में बच्चों को प्रवेश दिलाना पड़ता है.  

पैरेंट्स को मिले मौका 

इधर, तारीख बढ़ाने की मांग को लेकर आरटीई एक्शन कमेटी के चेयरमैन शाहीद शरीफ ने कहा है कि पालकों द्वारा मांग की जा रही है कि प्रवेश की अंतिम तारीख को बढ़ाया जाए. पालकों को जानकारी दी जाए और उन्हें प्रवेश के लिए स्कूल बुलाया जाए. आने वाले आवेदन में अब तक 50% आवेदन वेरिफिकेशन के लिए पैरेंट्स पहुंच सके हैं. तारीख आगे बढ़ा कर पैरेंट्स को बुलाना चाहिए, ताकि खाली सीटों पर गरीब बच्चों को प्रवेश मिल सके.