37 लाख की बिजली चोरी पकड़ी, 98 ग्राहकों के खिलाफ 4 दिनों में कार्रवाई

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    नागपुर. महावितरण ने पिछले 4 दिनों में बिजली चोरी करने वाले 98 ग्राहकों को पकड़ा जिनके द्वारा 36.97 लाख रुपयों की बिजली चोरी किए जाने का खुलासा हुआ. कंपनी ने इन सभी को चेतावनी दी है कि अगर दंड सहित बिजली बिल बताए गए समय पर नहीं जमा किया तो उनके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज किया जाएगा. महावितरण ने सभी जोन में करीब 250 से अधिक ग्राहकों के मीटर की जांच की जिनमें उक्त चोरियां पकड़ में आईं. मीटर से छेड़छाड़ और तारों में हुक डालकर बिजली चोरी की जा रही थी. 5 ग्राहकों ने तत्काल बिल जमा कर कार्रवाई से खुद को बचाया. शेष पर नियमानुसार कार्रवाई की गई है. मुख्य अभियंता दिलीप दोडके ने अपील की है कि पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए दंड सहित बिल का भुगतान कर दें. वहीं सभी ग्राहकों से अपने बिजली बिल समय पर जमा करने की अपील उन्होंने की है. 

    कर्मी पर जानलेवा हमला करने वालों को पुलिस कस्टडी

    रविवार को बिजली कर्मचारी सुखदेव केराम पर जानलेवा हमला करने वाले तीनों आरोपियों कृष्णा वाठ, अनिरुद्ध और इशांत वाठ को पुलिस ने गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया. अदालत ने तीनों आरोपियों को एक दिन की पुलिस कस्टडी सुनाई. बिजलीकर्मियों पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए महावितरण के अधिकारियों ने पुलिस अधिकारियों से निवेदन किया है. 

    बिना सुरक्षा के नहीं करेंगे काम, फेडरेशन की द्वार सभा में लिया निर्णय

    इधर, महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी वर्कर्स फेडरेशन ने बिजली बिल वसूली पर गए कर्मचारियों पर जानलेवा हमले का विरोध करते हुए द्वार सभा की जिसमें निर्णय लिया कि संवेदनशील विभाग में पुलिस संरक्षण के बिना बिजली कर्मचारी व अभियंता बकाया बिल की वसूली और कनेक्शन काटने की कार्रवाई के लिए नहीं जाएंगे. कंपनी के नियमानुसार तय कार्य के समय पर ही वसूली व खंडित करने की कार्रवाई की जाएगी. कार्यालयीन कर्मचारी उक्त कार्य नहीं करेंगे. छुट्टी के दिन भी कार्य नहीं करेंगे और अगर कंपनी प्रबंधन ने उक्त मांगें नहीं मानी तो कर्मचारी कामबंद आंदोलन करेंगे. इस दौरान व्यंकटेश नायडू,एस.जी. मुले, भगवान नाईक सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी, अभियंता शामिल हुए.