खापा (सं). खेतों और जंगलों में बिजली के तार लगाकर जंगली जानवरों का शिकार करने वाले आरोपियों को खापा वन विभाग ने मध्य प्रदेश से हिरासत में लिया. पूछताछ में चारों आरोपियों ने वन्य प्राणियों के शिकार का अपराध कबूला.
जानकारी अनुसार खापा वन विभाग कार्यालय के कर्मचारी पंकज लामसे और उनके सहयोगी नागलवाड़ी वन परिक्षेत्र में बिचवा गांव से सटे जंगल परिसर में गश्त पर थे. इस दौरान उन्हें कुछ शिकारी जंगल में घूमते नजर आए. कर्मचारियों को देखते ही वे वहां से भाग निकले. कर्मचारियों ने उनका पीछा किया तो एक शिकारी उनके हाथ लगा.
अधिकारियों ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपने अन्य साथियों के बारे में बताया. यह भी बताया कि वे लोग जंगल में जानवरों का शिकार करते हैं. वे सभी मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं. जानकारी के आधार पर खापा वन विभाग का की टीम मध्य प्रदेश रवाना हुई. इस दस्ते ने मध्य प्रदेश से 3 अन्य आरोपियों को हिरासत लिया और उन्हें खापा लाया गया. गिरफ्तार आरोपियों में परसराम मन्नु शीलू, मंगल शीलू, संपत रामचरण विश्वकर्मा और दिनेश शीलू का समावेश है.
सभी छिंदवाड़ा जिले (मध्य प्रदेश) के रहने वाले हैं. आरोपियों को सावनेर न्यायालय में पेश करने पर उनको 5 दिनों के लिए वन विभाग की हिरासत में रखा गया है. यह कार्रवाई वन अधिकारी सचिन आठवले, एससी कटरे, सुरेंद्र काले, डॉ. भारत सिंह हाडा, अनिल राठौड़, दिनकर टेकाम, पंकज लामसे, स्वप्निल डोंगरे, पल्लवी काले, प्रिया भंडारे, नेहा गिरी, अश्विन काकडे, अतुल बहेकार, गोरखनाथ डाखोरे, वायबी गावतुरे, तुकाराम धुर्वे, बंडू सोनटक्के आदि ने की.