Sunil Kedar
सुनील केदार

  • मछलीपालन में 95 संस्थाओं को मिला काम

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नागपुर. पशुसंवर्धन मंत्री सुनील केदार ने कहा कि मत्स्य व्यवसाय का अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है. इस उद्योग को अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण से देखते हुए गरीब लोगो को रोजगार देना जरूरी है. इसके लिए भविष्य में मत्स्य व्यवसायियों की उत्पादकता बढ़ाने की जरूरत है.

वे जिला परिषद लघु पाटबंधारे विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे. जिप अध्यक्ष रश्मी बर्वे, उपाध्यक्ष मनोहर कुंभारे, सीईओ योगेश कुंभेजकर, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी कमल किशोर फुटाणे, जिला जलसंधारण अधिकारी रमेश गुप्ता, सभापति भारती पाटील, दुधराम सव्वालाखे, राजकुमार कुसुंबे व अधिकारी उपस्थित थे.

जिला परिषद के अंतर्गत आने वाले सभी तालाबों में 95 मच्छीमार संस्थाओं द्वारा व्यवसाय किया जा रहा है जिसमें 4000 लोगों को रोजगार मिला हुआ है. इससे जिला परिषद को हर साल 60 लाख रुपयों की आय होती है. केदार ने कहा कि पहले तालाबों की निलामी 1800 रुपए हेक्टेयर के दर पर की जाती थी, लेकिन मच्छीमार संस्थाओं को राहत देने के लिए इसकी दर अब 450 रुपए प्रति हेक्टेयर की गई है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी मछली व्यवसायियों को रोजगार उपलब्ध हो, इसलिए यह निर्णय लिया जिसका लाभ उन्हें मिल रहा है.