File Photo
File Photo

    Loading

    • चना और गेहूं का बढ़ा रकबा
    • कृषि विभाग ने 1.80 लाख 440 हे. क्षेत्र का किया नियोजन

    नागपुर. इस वर्ष प्राकृतिक आपदा के कारण खरीफ फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. इसके बावजूद किसानों ने रबी की फसल के लिए फिर एक बार कमर कस ली है. कोरोना महामारी के बाद किसानों ने बैंक और साहूकारों से कर्ज लेकर खरीफ की फसल ली. लेकिन भारी बारिश और बाढ़ के कारण किसानों के हाथ आई फसल तबाह होने से किसान आर्थिक संकट में आ गए. खरीफ का मुआवजा मिली भी नहीं कि रबी का सीजन मुंह खोले किसानों के सामने खड़ा हो गया. समय पर रबी की बुआई नहीं करने से यह भी फसल हाथ से निकल जाएगी, इस डर से किसानों ने रबी की बुआई की है. अभी तक जिले में रबी ज्वारी, चना और गेहूं की 50.7 प्रतिशत ही बुआई की जाने की जानकारी कृषि विभाग से प्राप्त हुई है. इसमें चने का बुआई क्षेत्र सर्वाधिक है. सन 2020-21 की खरीफ सीजन के लिए किसानों ने सोयाबीन और कपास की फसल को नकदी फसल के तौर पर लिया है. कृषि विभाग के नियोजन अनुसार सोयाबीन का उत्पादन क्षेत्र इस वर्ष उम्मीद से अधिक हुआ लेकिन लगातार बारिश, अतिवृष्टि और बाढ़ के कारण फसलें पानी में बह जाने से किसानों को काफी नुकसान हुआ था. ऐसे में किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की थी लेकिन वह अब तक नहीं मिली. ऐसे में अब किसानों को रबी फसल से ही उम्मीदें है.

    78,860.4 हेक्टेयर में हुई बुआई

    कृषि विभाग ने इस वर्ष रबी की फसल के लिए 1 लाख 80 हजार 440 हेक्टेयर क्षेत्र का नियोजन किया है, जो कि औसतन है. इसमें अब तक जिले के किसानों ने 78,860.4 हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई कार्य पूरा कर लिया है. अभी तक 50.7 प्रतिशत बुआई हो चुकी है. किसानों ने इस बार भी रबी की नकदी फसल के रूप में चने को ही पहली पसंद माना है. इसमें ज्वारी 141.03 हे., गेहूं 19707 हे. और चना 58,817.2 हेक्टेयर में बुआई कार्य पूरा कर लिया गया है.

    इन क्षेत्रों में बुआई कार्य

    जिले की कामठी तहसील में गेहूं 399 हे. और चना 4,839 हे., हिंगना में गेहूं 182.5 हे.,और चना 831.5 हे.,रामटेक में गेहूं 330 हे. और चना 177.2 हे.,पारशिवनी में गेहूं 149 हे. और चना 178 हे., मौदा में गेहूं 9,186 हे. और चना 2,364 हे., काटोल में गेहूं 2,970 हे. और चना 2,651 हे., नरखेड़ में गेहूं 1,830 हे. और चना 5,200 हे., सावनेर में गेहूं 53 हे., और चना 573.5 हे. और  ज्वारी 7 हे., कलमेश्वर में गेहूं 97 हे. ओर चना 231 हे., उमरेड में ज्वारी 1 हे., गेहूं 1,336 हे. और चना 14,408 हे., भिवापुर में ज्वारी सर्वाधिक 133.05 हे., चना 784 हे. और चना 13,844 हे., कुही में गेहूं 2131 हे. में और चना 11,600 हे. में तथा नागपुर ग्रामीण में गेहूं 259.4 हे. और चने की 1,920 हेक्टेयर में बुआई की गई. उसी प्रकार रबी की अन्य फसल की 19,847.95 हेक्टेयर में बुआई की गई.