
नागपुर: कोरोना वैक्सिन मुहिम में सरकारी तथा निजी अस्पतालों के डॉक्टर, कर्मचारियों के साथ ही स्वास्थ्य कर्मचारियों का भी समावेश किया गया है. इसके लिए पहले पंजीयन किया जा रहा है. लेकिन आकडों को देखकर लग रहा है कि जिले के कोरोना योद्धा टिकाकरण के मामले में उदासीन नजर आ रहे हैं. बार-बार सूचना दिये जाने के बाद भी जिले के करीब ६२.५ फीसदी कोरोना योद्धाओं ने पंजीयन कराया है. शेष 38 फीसदी वैद्यकीय कर्मचारी अब भी पंजीयन से दूर है.
कोरोना पर नियंत्रण के लिए बनाई गई वैक्सिन का डोस देने की शुरूआत की जा रही है. सरकारी निर्देशानुसार सरकारी, निजी अस्पतालों के डॉक्टर, नर्स सहित सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सिन के लिए पंजीयन कराना है. पूर्व विदर्भ के नागपुर, वर्धा, भंडारा, चंद्रपुर, गडचिरोली, गोंदिया जिलों में ८८000 हेल्थवर्कर कोरोना काल में कार्यरत है. इनमें से ७०५3२ ने ही पंजीयन कराया है. इसमें सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग व शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय व अस्पताल के कोरोना योद्धाओं की संख्या ४९५७८ है.
जिले के सरकारी व निजी अस्पतालों में २९१८० कोरोना योद्धा सेवा दे रहे हैं. लेकिन अब तक वैक्सिन के लिए केवल १८२५२ वैद्यकीय कर्मचारियों ने ही पंजीयन कराया है. भंडारा जिले में ९६०४ कर्मचारी कार्यरत है. जबकि ७१२४ ने ही पंजीयन कराया है. गोंदिया जिले में ८८५3 स्वास्थ्य सेवकों में से ६७६५ का पंजीयन हुआ है. वर्धा जिले में सरकारी और निजी के १५333 कर्मचारी कार्यरत है. लेकिन इनमें से १४२९ कर्मचारियों का ही पंजीयन हो सका है. वहीं गडचिरोली जिले में ९८८९ कर्माचारी कोरोना के विरुद्ध संघर्ष में जुटे है. इनमें से ९०४० कर्मचारी इच्छुक है.
चंद्रपुर जिले में 1०० फीसदी पंजीयन
वर्धा, गडचिरोली जिले में पंजीयन का काम काफी कुछ हो चुका है. चंद्रपुर जिले में सरकारी अस्पतालों में कार्यरत १०९२७ तथा निजी अस्पतालों के ४२१६ सहित कुल १५१४3 कोरोना योद्धा कार्यरत है. इन सभी ने पंजीयन करा लिया है.
जिला पंजीयन प्रश
नागपुर – ६२.५
वर्धा – ९२.७
भंडारा ७४.२
चंद्रपुर १००
गडचिरोली ९१.४
गोंदिया ७६.४