नागपुर. वाठोड़ा थानांतर्गत लीज की जमीन पर प्लॉटिंग करके नागपुर सुधार प्रन्यास से 71,04,82,501 रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया. आरोपियों के नाम महीपत शेंदरे (65), गजानन शेंदरे (63), यशोदाबाई अंतुजी शेंदरे (67), सारजाबाई नामदेव बावनकर (57), चंद्रकांत गजानन शेंदरे (45), कमलेश गजानन शेंदरे (40), मंदा गजानन शेंदरे और प्रेमचद महीपत शेंदरे (48) बताए गए हैं.
जानकारी के अनुसार, महीपत, गजानन, यशोधाबाई और सारजाबाई द्वारा मौजा वाठोडा में खसरा क्रमांक 157 की 19.10 एकड़ की जमीन 1 अक्टूबर 2002 को एनआईटी से लीज पर ली गई थी. इसके लिए बाकायदा लीज एग्रीमेंट भी बना था. लेकिन इसी बीच गजानन और सारजाबाई के अलावा उनके वारिसदरों में बेटा चंद्रकांत, कमलेश, बेटी मंदा और प्रेमचंद ने फर्जी कागजात बनाकर लीज पर ली गई जमीन की मालकियत बताई और इस पर लेआउट बना दिया.
आरोपियों द्वारा 13 जनवरी 2022 तक कई प्लॉट भी बेचने की जानकारी सामने आई. लीज एग्रीमेंट की जांच के दौरान आरोपियों का फर्जीवाड़ा सामने आया. एनआईटी अधिकारी प्रीतेश जगदीश बंसोड की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.